कर्नाटक की सांस्कृतिक राजधानी मैसुरु शहर शुक्रवार को नाडा हब्बा (क्षेत्रीय उत्सव) दशहरे का भव्य कार्यक्रम जंबो सवारी के अंतिम चरण के जश्न के लिए तैयार है।
शाम 4.36 बजे शुभ मुहूर्त के बीच मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई जंबो सवारी का उद्घाटन करेंगे और अपराह्न् 4.46 बजे मैसुरु पैलेस के बलराम गेट पर नंदी ध्वज की पूजा करेंगे। इसके बाद हाथी हौदा में देवी चामुंडेश्वरी की मूर्ति पर पुष्पांजलि भी अर्पित करेंगे।
विजयादशमी का जुलूस शाम पांच बजे से शुरू होगा और शाम 5.30 बजे पूर्व शाही वंशज यदुवीर कृष्णदत्त चरमराज वाडियार की उपस्थिति में जिला मंत्री एस.टी. सोमशेखर, मेयर सुनंदा पलानेत्रा और अन्य गणमान्य व्यक्ति।
मैसुरु के पुलिस आयुक्त डॉ. चंद्र गुप्ता ने कहा है कि कोविड-19 प्रतिबंधों के कारण दशहरा उत्सव में भाग लेने के लिए जनता को प्रवेश की अनुमति नहीं होगी। उन्होंने कहा कि वे घर बैठे ऑनलाइन उत्सव देख सकते हैं।
पुलिस आयुक्त ने कहा कि सरकार के निर्णय के अनुसार, केवल 500 लोगों को भाग लेने की अनुमति दी जाएगी और सभी आगंतुकों की जांच की जाएगी। चंद्र गुप्ता ने बताया कि जुलूस में आठ सांस्कृतिक दल, छह झांकियां, घुड़सवार पुलिस और दो पुलिस दल शामिल होंगे।
इस बीच, पुलिस प्रमुख चंद्र गुप्ता, नागरहोल टाइगर प्रोजेक्ट के मुख्य वन संरक्षक महेश कुमार, उप वन संरक्षक करिकालन और अधिकारियों ने गुरुवार को जंबो सावरी में भाग लेने वाले हाथियों अभिमन्यु, अश्वत्थामा, लक्ष्मी, कावेरी, चैत्र की विशेष पूजा की।
यदुवीर कृष्णदत्त चरमराजा वोडेयार ने मैसूर पैलेस में पारंपरिक आयुध पूजा समारोह में भाग लिया।
दशहरा हाथी अभिमन्यु पर लगे सुनहरे हौदे में देवी चामुंडेश्वरी की मूर्ति को रखा जाएगा। दशहरा उत्सव का उद्घाटन पूर्व मुख्यमंत्री एस.एम. कृष्णा ने 7 अक्टूबर को चामुंडेश्वरी पहाड़ी पर किया था। इस बार, जंबो सवारी जुलूस कोविड-19 महामारी के कारण मैसुरु पैलेस के परिसर के भीतर ही सीमित रहेगा।
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Source : IANS