टाटा संस ने पूर्व अध्यक्ष सायरस मिस्त्री को कानूनी नोटिस भेजा है। टाटा संस ने सायरस मिस्त्री से समूह की कंपनियों से जुड़े सभी गोपनीय दस्तावेज़ों की मांग की है। यह नोटिस टाटा ग्रुप की लीगल एडवाइज़र कंपनी शार्दुल अमरचंद मंगलदास की ओर से भेजा गया है।
इसमें कहा गया है कि, 'हमारे मुवक्किल के पास इस बात को मानने के पुख्ता कारण हैं कि आपके पास बेहद महत्वपूर्ण सूचना व दस्तावेज हैं, जो हमारे मुवक्किल और टाटा समूह की कंपनियों से संबंधित हैं।'
नोटिस के मुताबिक, '..और कंपनी के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स की अनुमति व निर्देश के बगैर आपने उसे सार्वजनिक किया है।' नोटिस में आरोप लगाया गया है कि मिस्त्री ने टाटा समूह की कंपनियों के बारे में उचित सहमति के बगैर गलत तरीके से और बेईमानी पूर्वक गोपनीय सूचनाएं प्राप्त कीं।
नोटिस के मुताबिक, 'कृपया इस बात पर गौर करें कि कंपनी की अनुमति के बगैर कंपनी के परिसर से गोपनीय जानकारी प्राप्त करना और उसे लीक करना एक दंडनीय अपराध है। हमारे मुवक्किल चाहते हैं कि आप लिखित में इस बात को स्पष्ट करें कि आपने किसी भी गोपनीय जानकारी को सायरस इन्वेस्टमेंट्स प्राइवेट लिमिटेड, स्टर्लिग इन्वेस्टमेंट कॉरपोरेशन लिमिटेड, शापूरजी पल्लोनजी ग्रुप कंपनीज, एफकॉन्स, अपने परिवार के सदस्यों, रिश्तेदारों व संबंधित अन्य लोगों से साझा नहीं किया है।'
ध्यान देने वाली बात यह है कि टाटा समूह से सायरस मिस्त्री के एक सप्ताह से भी अधिक समय के बाद यह नोटिस जारी किया गया है। इससे पहले टाटा संस के बोर्ड ने 24 अक्टूबर को सायरस मिस्त्री को उनके पद से बर्खास्त कर दिया था और रतन टाटा को अगले चार महीने के लिए अंतरिम अध्यक्ष बना दिया था।
Source : IANS