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Cyclone Mandous चक्रवात से उखड़े पेड़, तमिलनाडु में भारी बारिश से जलभराव... जानें 10 बातें

तमिलनाडु में चक्रवात मंडूस ने कई इलाकों में पेड़ों को उखाड़ दिया और भारी बारिश से तटीय इलाकों की प्रमुख सड़कों समेत गलियों तक में जलभराव हो गया है. कई जगह दीवार गिरने की भी खबरें हैं.

Updated on: 10 Dec 2022, 08:24 PM

highlights

  • तमिलनाडु के तटीय इलाकों में सैकड़ों पेड धाराशायी
  • प्रमुख सड़कों समेत गलियों तक में भारी जलभराव
  • कमजोर पड़ने के बावजूद मंडूस बरपा रहा कहर

चेन्नई:

दक्षिण राज्य तमिलनाडु के महाबलिपुरम में चक्रवात मंडूस ने तटीय इलाकों में भारी कहर बरपाया है. इसकी तेज हवा की चपेट में आने से कम से कम 400 पेड़ों के उखड़ने की खबर है. साथ ही भारी बारिश से जगह-जगह जलभराव की स्थिति आ गई है. हालांकि अब चक्रवात  कमजोर पड़ गया है. चेन्नई में आईएमडी ने एक ट्वीट में कहा, 'चक्रवाती तूफान मंडूस कमजोर पड़ गया है. उत्तरी तमिलनाडु में फिर भी इसके प्रभाव से नुकसान हुआ है. पश्चिम-उत्तर की ओर बढ़ने के बाद शनिवार शाम तक इसके और कमजोर पड़ने की संभावना है.' तमिलनाडु के कई हिस्सों में लगातार बारिश और जलभराव से सार्वजनिक परिवहन प्रणाली प्रभावित हुई है. हालांकि चक्रवात के मद्देनजर तमिलनाडु के 27 जिलों में स्कूलों और कॉलेजों में पहले ही अवकाश घोषित कर दिया गया था. जानें चक्रवात मंडूस से जुड़ी प्रमुख बातें.

  • चक्रवात मंडौस का अरबी भाषा में अर्थ खजाने की पेटी होता है. यह मामल्लापुरम तट पर लगभग 2 बजे आया, जिससे कुछ क्षेत्रों में भारी बारिश हुई. कुल 13 जिलों में पहले ही रेड अलर्ट घोषित कर दी गई थी.  सबसे अधिक बारिश 16 सेमी चेन्नई के एक उपनगर कट्टुपक्कम में दर्ज की गई.
  • शुक्रवार देर रात और शनिवार की सुबह चक्रवाती तूफान के दस्तक देने के बाद सैकड़ों पेड़ उखड़ गए और सड़कों पर पानी भर गया.
  • चेन्नई के मदुरंथकम, ईस्ट कोस्ट रोड और ओल्ड महाबलीपुरम रोड सहित कई इलाकों में जलभराव से यातायात प्रभावित हुआ. 16 जिलों के स्कूलों और कॉलेजों में बारिश के मद्देनजर छुट्टी की घोषणा कर परीक्षाएं स्थगित कर दी गईं. सुबह 4 बजे तक निलंबित रहीं सभी सरकारी बसों का संचालन फिर से शुरू हो गया है.
  • शुक्रवार देर  रात चक्रवात मंडूस की वजह से चली तेज हवा और बारिश से चेन्नई के एग्मोर में एक पेट्रोल पंप की छत भी गिर गई. तेज हवा से पंप के परिसर में लगा एक पेड़ भी गिर गया.
  • चक्रवात मंडूस के आने से पहले ही खराब मौसम के कारण चेन्नई हवाई अड्डे पर 13 घरेलू और तीन अंतरराष्ट्रीय उड़ानें रद्द कर दी गई थीं. चेन्नई इंटरनेशनल एयरपोर्ट ने ट्वीट कर यात्रियों से अनुरोध किया कि वे आगे की जानकारी के लिए संबंधित एयरलाइन से संपर्क करें.
  • तमिलनाडु में सुरक्षा, राहत और बचाव कार्यों के लिए 16,000 पुलिस कर्मियों और 1,500 होमगार्डों को तैनात किया गया है. 12 जिला आपदा प्रतिक्रिया बल के अलावा तमिलनाडु राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल के 40 सदस्य भी तैनात रहे. 
  • शनिवार को तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने चेन्नई के कासिमेदु क्षेत्र में चक्रवात मंडूस पीड़ितों को बाढ़ राहत सामग्री और भोजन वितरित किया.
  • शनिवार तड़के आंध्र प्रदेश के दक्षिण तटीय और रायलसीमा जिलों के कई हिस्सों में भी भारी बारिश हुई. आंध्र प्रदेश सरकार की रिपोर्ट के अनुसार पिछले 24 घंटों के दौरान तिरुपति जिले के नायडूपेटा में सबसे अधिक 281.5 मिमी बारिश हुई, जो शनिवार सुबह 8.30 बजे समाप्त हुई.
  • आधिकारिक जानकारी के अनुसार 8-10 दिसंबर के दौरान भारी बारिश से प्रभावित छह जिलों के 89 लाख ग्राहकों को कॉमन अलर्ट प्रोटोकॉल (CAP) के तहत चक्रवात चेतावनी संदेश  भेजे गए.
  • आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री वाईएस जगन मोहन रेड्डी ने चक्रवात और  बारिश पर संबंधित अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की. उन्होंने एसपीएसआर नेल्लोर, तिरुपति, चित्तूर और अन्नमय्या जिलों के कलेक्टरों को सतर्क रहने और जहां भी जरूरत हो वहां राहत शिविर खोलने का निर्देश दिए. रेड्डी ने अधिकारियों को यह सुनिश्चित करने का भी निर्देश दिया कि लोग उन क्षेत्रों में बाहर न निकलें जहां भारी बारिश की संभावना है.