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चक्रवात 'गज' : तमिलनाडु सरकार ने राहत कार्यों के लिए केंद्र से मांगे 15,000 करोड़ रुपये, अब तक 63 लोगों की मौत

तमिलनाडु सरकार ने राज्य में चक्रवात 'गज' से प्रभावित जिलों में राहत और पुनर्वासद कार्यों के लिए केंद्र सरकार से 15,000 करोड़ की सहायता राशि की मांग की है.

Updated on: 22 Nov 2018, 04:16 PM

चेन्नई:

तमिलनाडु सरकार ने राज्य में चक्रवात 'गज' से प्रभावित जिलों में राहत और पुनर्वासद कार्यों के लिए केंद्र सरकार से 15,000 करोड़ की सहायता राशि की मांग की है. मुख्यमंत्री के पलानीसामी ने गुरुवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से राज्य के प्रभावित जिलों में विभिन्न क्षेत्रों के लिए केंद्रीय सहायता के लिए एक विनती पत्र के साथ मुलाकात की. राज्य में चक्रवात 'गज' से अब तक 63 लोगों की मौत हो चुकी है. पीएम मोदी से दिल्ली में मुलाकात के बाद उन्होंने कहा, 'मैंने चक्रवात की वजह से हुए नुकसान की विस्तृत जानकारी के साथ एक पत्र प्रधानमंत्री को सौंपा.' उन्होंने कहा कि राज्य में तत्कालीन सुधार कार्यों के लिए करीब 15,000 करोड़ रुपये के सहायता राशि की भी मांग की गई.

पलानीसामी ने कहा कि उन्होंने प्रधानमंत्री से नुकसान का आकलन करने के लिए एक केंद्रीय टीम को तैनात करने के लिए कहा है. उन्होंने कहा कि पीएम मोदी ने उन्हें केंद्रीय टीम को भेजने का आश्वासन दिया है.

तमिलनाडु में चक्रवात 'गज' ने नागपट्टिनम, तंजावुर, तिरुवरुर, कुड्डालोर और पुदुक्कोट्टई में भारी तबाही मचाई है. यहां मकानों, झोपड़ियों और फसलों को भारी नुकसान हुआ है. 16 नवंबर को राज्य के तटीय इलाकों में पहुंचने के बाद अब तक 63 लोगों की मौत हो चुकी है. तमिलनाडु सरकार ने पहले ही राहत कार्यों के लिए 1,000 करोड़ रुपये की राशि जारी कर दी है.

पलानीसामी ने कहा कि चक्रवात 'गज' से अब तक 3.41 लाख घरों को नुकसान पहुंचा है साथ ही 11.32 लाख पेड़ उखड़ गए. प्रभावित जिलों में बिजली और पानी की सुविधाओं को धीरे-धीरे पहुंचाया जा रहा है.

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तमिलनाडु सरकार ने चक्रवात से मरने वालों के परिजनों के लिए मुख्यमंत्री राहत कोष से 10 लाख रुपये मुआवजे की घोषणा की है. जो गंभीर रूप से घायल हुए हैं उन्हें 1 लाख रुपये और सामान्य रूप से घायल लोगों को 25,000 रुपये की सहायता की जाएगी.

चक्रवाती तूफान प्रभावित इलाकों में करीब 3.78 लाख लोग 550 राहत शिविरों में रह रहे हैं. मुख्यमंत्री ने कहा कि करीब 1.03 लाख बिजली के खंभे टूट चुके हैं, करीब 10 हजार से अधिक कर्मियों को इनकी मरम्मत के लिए चक्रवाती तूफान प्रभावित तटीय जिलों में भेजा जा चुका है.