भारत के नीति निर्माताओं, कानून निर्माताओं, राजनयिकों और अधिकारियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए लोकसभा सचिवालय के संसदीय अनुसंधान और प्रशिक्षण संस्थान लोकतंत्र (प्राइड) ने 17 दिसंबर को साइबर सुरक्षा, साइबर जागरूकता और साइबर स्वच्छता पर एक कैप्सूल पाठ्यक्रम का आयोजन किया।
राष्ट्रीय रक्षा विश्वविद्यालय में स्कूल ऑफ इंफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस एंड साइबर सिक्योरिटी के निदेशक कर्नल निधि भटनागर और साइबर पीस फाउंडेशन के मेजर विनीत कुमार द्वारा संचालित इस पाठ्यक्रम में लोकसभा और राज्यसभा के सांसदों, सभी राज्यों की विधानसभाओं, दूतावासों/भारत के उच्चायोगों के सदस्य और लोकसभा व राज्यसभा सचिवालय के अधिकारी और परिवार ने भाग लिया। इसका सीधा प्रसारण भी किया गया। विशेषज्ञ वार्ता में 500 से अधिक लोगों ने लॉग इन किया।
निधि भटनागर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और साइबर सुरक्षा के क्षेत्र में एक जानीमानी व्यक्ति हैं। वह अनुभवी व्यवसायी होने के अलावा इन क्षेत्रों में नीतिगत बदलाव भी करती हैं।
उन्होंने कहा, हमारे दैनिक जीवन में साइबर डोमेन का लगातार बढ़ता उपयोग भी खतरे की सतह को बढ़ा रहा है और इस तरह हमें साइबर अपराधियों के प्रति अधिक संवेदनशील बना रहा है।
हमारे दैनिक जीवन से कुछ उदाहरण देते हुए उन्होंने बताया कि साइबर कमजोर लिंक दोस्तों, परिवारों, टीमों या कर्मचारियों के बीच से हो सकते हैं, इसलिए साइबर जागरूकता और साइबर मजबूती के लिए अपने वातावरण को अनुकूल बनाने की जरूरत है। उन्होंने भारत में साइबर सुरक्षा सुनिश्चित करने के तरीकों के साथ-साथ साइबर अपराध या साइबर हमले के मामले में की जाने वाली कार्रवाई भी अत्यंत सरल तरीके से प्रदर्शित की।
कैप्सूल को सांसदों ने काफी पसंद किया और कई सुझाव भी दिए, जिसमें समय-समय पर कैप्सूल और ऑडिट आयोजित करना शामिल था। निधि भटनागर ने कहा कि सुझावों को अमल में लाने के लिए कदम उठाए जाएंगे।
राष्ट्रीय रक्षा विश्वविद्यालय भारत सरकार के गृह मंत्रालय के तहत राष्ट्रीय महत्व का एक संस्थान है। यह अग्रणी राष्ट्रीय सुरक्षा और पुलिसिंग विश्वविद्यालय है, जो साइबर सुरक्षा सहित आंतरिक और बाहरी सुरक्षा के विभिन्न पहलुओं पर ध्यान केंद्रित करता है।
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Source : IANS