ट्रेनी जवानों के लापता होने की खबर CRPF ने खंडन करते हुए कहा है कि जवान दरअसल बिना अनुमति लिए अपने घर चले गए थे। CRPF ने अपने बयान में कहा, 'इनकी छह महीने की ट्रेनिंग पूरी होने के बाद उन्हें 5 फरवरी को सियालदाह एक्सप्रेस से जम्मू से गया भेजने की तैयारी थी।
खराब मौसम और सड़कों के बाधित रहने के कारण उन्हें 1 फरवरी को जम्मू भेज दिया गया, और उन्हें 2 फरवरी को ट्रेन से गोवा भेजा जाता। हालांकि, वे तय समय से पहले जम्मू पहुंच गए थे, इसलिए उन्होंने इस बीच शनिवार और रविवार को अपने घर जाने का फैसला कर लिया, जिसके लिए उन्होंने कोई अनुमति नहीं ली थी।'
इससे पहले गायब हुए जवानों को लेकर कहा जा रहा था कि वह भाग गए हैं। सीआरपीएफ सूत्रों के मुताबिक अगर ऐसा जानबूझकर किया गया है तो इस मामले में सजा के तौर पर ज्यादा से ज्यादा एक महीने की तनख्वाह काटी जा सकती है।