छत्तीसगढ़ में नक्सल हिंसा के चलते 2018 से 28 फरवरी 2023 तक कुल 175 सुरक्षकर्मियों की मौत हुई है। वहीं इस दौरान 345 आम नागरिक भी मारे गए हैं। वहीं साल 2023 में अब तक राज्य में 37 वामपंथी उग्रवाद की घटनाएं सामने आ चुकी हैं। केंद्रीय गृह राज्यमंत्री नित्यानंद राय ने मंगलवार को लोकसभा में ये जानकारी दी है।
केंद्रीय गृह राज्यमंत्री नित्यानंद राय ने लोकसभा में एक लिखित जवाब देते हुए बताया कि पिछले पांच वर्षों में देश में वामपंथी उग्रवाद (एलडब्ल्यूई) से सुरक्षा की स्थिति में महत्वपूर्ण सुधार हुआ है। उन्होंने बताया कि एलडब्ल्यूई संबंधी हिंसा की घटनाओं में वर्ष 2010 के उच्च स्तर की तुलना में वर्ष 2022 में 77 फीसदी की कमी आई है। वहीं परिणामी मौतों (सुरक्षा बलों आम नागरिकों में भी वर्ष 2010 के उच्च स्तर की तुलना में वर्ष 2022 में 90 फीसदी की कमी आई है।
नित्यानंद राय ने बताया कि पिछले पांच वर्षों के दौरान और साल 28 फरवरी 2023 तक छत्तीसगढ़ में अलग अलग मुठभेड़ में 328 नक्सलवादी मारे गए हैं। वहीं इस दौरान 175 सुरक्षकर्मियों की भी मौत हुई है। इसके अलावा नक्सल हिंसा में 345 आम नागरिक भी मारे गए हैं। वहीं साल 2023 में अब तक राज्य में 37 वामपंथी उग्रवाद की घटनाएं सामने आ चुकी हैं।
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Source : IANS