पूर्वी दिल्ली के विवेक विहार इलाके में एक व्यवसायी के घर से कथित रूप से नौ लाख रुपये और आभूषण लूटने के आरोप में नौकरानी और ड्राइवर सहित तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है। दिल्ली पुलिस के एक अधिकारी ने मंगलवार को यह जानकारी दी।
आरोपियों की पहचान यूपी के गाजियाबाद निवासी गुलाब और वसीम और उसी राज्य के झांसी जिले की मूल निवासी पूजा के रूप में हुई है।
शाहदरा के पुलिस उपायुक्त रोहित मीणा ने बताया कि शनिवार को पुलिस कंट्रोल रूम को विवेक विहार इलाके के योजना विहार स्थित एक घर में डकैती की सूचना मिली और पुलिस की एक टीम मौके पर पहुंची।
व्यवसायी की बेटी ने पुलिस को बताया कि वह अपनी नौकरानी के साथ दोपहर करीब 12.15 बजे घर में मौजूद थी, तभी गैस मीटर रीडर बनकर चेहरे पर मास्क लगाए एक व्यक्ति घर में दाखिल हुआ। घुसपैठिए ने नौकरानी को थप्पड़ मारने के बाद चमड़े की बेल्ट गले में बांधकर उसे धमकाया और उसे बिस्तर पर लिटाकर कमरे में बंद कर दिया।
मीणा ने कहा, इसके बाद उसने नौकरानी को भी थप्पड़ मारा और बांध दिया। उस व्यक्ति ने 9,10,400 रुपये की नकदी और घर की दूसरी मंजिल पर एक अलमारी में छिपाए गए हीरे, सोने और चांदी के आभूषण लूट लिए और फरार हो गया।
जांच के दौरान संदिग्ध की पहचान करने और उसके मार्ग का पता लगाने के लिए 50 से अधिक कैमरों के सीसीटीवी फुटेज की जांच की गई।
अधिकारी ने कहा, नौकरानी, ड्राइवर और गार्ड सहित सभी कर्मचारियों से मनोवैज्ञानिक तकनीक अपनाकर और सीसीटीवी फुटेज और सीडीआर जैसे तकनीकी सबूतों के साथ उनका सामना कराकर लगातार पूछताछ की गई।
अधिकारी ने कहा, ड्राइवर गुलाब के असामान्य व्यवहार पर ध्यान दिया गया और पूछताछ करने पर वह टूट गया और उसने घरेलू नौकरानी पूजा और परिचित वसीम के साथ मिलकर साजिश रचे जाने का खुलासा किया।
गुलाब ने खुलासा किया कि उसे पैसों की जरूरत थी, क्योंकि वह अपनी बेटी की शादी के लिए कर्ज में डूबा हुआ था।
अधिकारी ने कहा, पूजा को भी पैसों की जरूरत थी और वसीम, जो गुलाब के साथ 2009 में मानसरोवर गार्डन स्थित एक कार्यालय में काम करता था, को भी पैसों की जरूरत थी, क्योंकि वह अपनी पत्नी की बीमारी के कारण परेशान था।
अधिकारी ने कहा, वे सभी परिवार के सदस्यों की आवाजाही और उपस्थिति के बारे में जानते थे। वे सभी जानते थे कि घर का मालिक एक अमीर व्यापारी था और उसका साहिबाबाद, यूपी में तार और केबल का कारखाना था और घर से पैसे का बड़ा लेन-देन होता था और पूजा को पता था कि किस अलमारी में पैसे और आभूषण रखे हुए थे।
पुलिस के मुताबिक,आरोपी पिछले दो माह से वारदात की योजना बना रहे थे। उन्होंने अपराध को अंजाम देने के लिए कुछ नए सिम कार्ड भी खरीदे और बाद में अपराध में इस्तेमाल किए गए फोन को नष्ट कर दिया।
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Source : IANS