गुरुग्राम में 30 करोड़ रुपये की चोरी के मामले में वांछित अपराधी विलास लगारपुरिया को आखिरकार दुबई से इंटरपोल ने गिरफ्तार कर लिया है।
सूत्रों के मुताबिक, संबंधित एजेंसियों द्वारा उसे भारत वापस लाने की औपचारिकताएं पूरी की जा रही हैं।
लगारपुरिया नकली पासपोर्ट का उपयोग करके दुबई भाग गया, जिसे उसने गुरुग्राम में अपने सहयोगी के माध्यम से व्यवस्थित किया। इस पासपोर्ट की मदद से लगारपुरिया ने कई देशों की यात्रा की थी।
यहां मिली जानकारी के मुताबिक दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने लगारपुरिया के खिलाफ लुक आउट सकरुलर जारी किया था। स्पेशल सेल की एक टीम इंटरपोल के संपर्क में है और दुबई जाने की योजना बना रही है।
एक सूत्र ने कहा, एलओसी के आधार पर, लगारपुरिया को दुबई हवाई अड्डे से पकड़ा गया। गुरुग्राम में 30 करोड़ रुपये की चोरी के पीछे वह मास्टरमाइंड है। उस पर मकोका (महाराष्ट्र संगठित अपराध नियंत्रण अधिनियम) के तहत मामला दर्ज किया गया था। एक अदालत ने उसे भी घोषित अपराधी घोषित किया था।
चोरी गुरुग्राम के खेरकी दौला इलाके में 5 अगस्त 2021 को हुई थी। दिल्ली पुलिस के स्पेशल सेल में तैनात विलास गुलिया इस मामले में शामिल पाए गए। उसे पकड़ लिया गया और जांच के दौरान पता चला कि लगारपुरिया डकैती के पीछे का मास्टरमाइंड था।
लगारपुरिया और गुलिया एक ही गांव के हैं और करीबी दोस्त हैं। पुलिस ने अब तक इस संबंध में 16 लोगों को गिरफ्तार किया है। चोरी एक निजी फर्म में हुई थी, जिसने शुरू में कहा था कि केवल 50 लाख रुपये की चोरी हुई थी। बाद में, यह था पाया गया कि यह 30 करोड़ रुपये की चोरी थी।
स्पेशल सेल लगारपुरिया को भारत वापस लाने के लिए गृह मंत्रालय के संपर्क में है।
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Source : IANS