राजस्थान पुलिस ने दूधवाले और मेंटेनेंस टीम के सदस्य के भेष में छापा मारकार आरईईटी उम्मीदवारों को परीक्षा में नकल के लिए 6 लाख रुपये की ब्लूटूथ डिवाइस फिट चप्पल बेचने वाले व्यक्ति को पकड़ने में कामयाबी हासिल की। वह एक महीने से अधिक समय से फरार था।
आरोपी की पहचान आरईईटी परीक्षा, 2021 के दौरान सामने आए धोखाधड़ी कांड के मुख्य सरगना तुलसाराम कलेर के रूप में हुई थी। आरोपी को जयपुर के अजमेर रोड स्थित एक आवासीय परिसर से गिरफ्तार किया गया।
बीकानेर पुलिस के अधिकारियों ने कहा, हमारी टीम अब धोखाधड़ी कांड के पूरे नेटवर्क को खोलने की कोशिश कर रही है और मामले में कुछ और संदिग्धों के बारे में जानकारी जुटा रही है।
बुधवार को पुलिस को सूचना मिली कि आरोपी जयपुर के एक रिहायशी सोसायटी में कहीं छिपा है।
उन्होंने शख्स के बारे में सारी जानकारी जुटाई और रेजिडेंशियल सोसायटी में पहुंच गई। बिना पहचान के उसे पकड़ना पुलिस के लिए एक बड़ी चुनौती थी और इसलिए वे दूधवाले, बिल्डिंग मेंटेनेंस टीम के सदस्य और ऑनलाइन डिलीवरी वाले के भेष में तुलसाराम के घर पहुंचे और उसे पकड़ लिया।
पुलिस ने धोखाधड़ी करने वाली टीम के अन्य लोगों को भी गिरफ्तार कर लिया है। तुलसीराम ने पहले गंगानगर, चुरू, सीकर, अजमेर में शरण ली और हाल ही में जयपुर में रहने लगा था।
उसने खुद 3 साल तक पुलिस बल में काम किया था, इसलिए उसे पूरी तरह से पता था कि पुलिस कैसे काम करती है।
बीकानेर जिले में आरईईटी परीक्षा 2021 के दौरान धोखाधड़ी से संबंधित दो मामले दर्ज किए गए थे। इसके तुरंत बाद अजमेर, सीकर, जोधपुर और जयपुर में भी मामले दर्ज किए गए थे। पूरे धोखाधड़ी कांड का मास्टरमाइंड तुलसीराम कलेर था।
जांच के दौरान पता चला कि आरोपी एक कोचिंग सेंटर चला रहा था, जहां उसके कर्मचारी मदनलाल ने धोखाधड़ी करने वाले उपकरणों के एवज में मोटी रकम वसूल कर सौदा तय किया था।
वे उम्मीदवारों को गुप्त स्थानों पर बुलाता था और उन्हें बिजली के उपकरणों, ब्लूटूथ उपकरणों और चप्पलों की मदद से चीटिंग करने के लिए कहता था।
ब्लूटूथ डिवाइस को इस तरह से बनाया गया था कि वॉयस कॉलिंग डिवाइस, बैटरी, सिम सॉकेट आदि को स्लिपर के अंदर फिट किया जा सके। एक छोटा ब्लूटूथ डिवाइस उम्मीदवार के कान के बहुत करीब लगाया गया था। इस प्रकार एक विशेष उपकरण बनाया गया ताकि परीक्षा में किसी को संदेह न हो। डिवाइस को आसानी से स्लिपर और अंडरगारमेंट्स में छिपाया जा सकता था और किसी को भी इस पर शक नहीं होता था।
तुलसाराम कलेर के खिलाफ अजमेर, नागौर, सीकर और बीकानेर में कुल 9 मामले दर्ज हैं।
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Source : IANS