मध्य प्रदेश में वन्य प्राणियों का शिकार, तस्करी और अवयवों को बेचने के कारोबार में लिप्त लोगों के खिलाफ कार्रवाई का दौर जारी है। इसी क्रम में वन विभाग ने छह और आरोपियों को वन्य प्राणियों के अवयवों के साथ गिरफ्तार करने में सफलता पाई है। पकड़े गए आरोपियों में दो शिक्षक है।
वन्य-प्राणी का शिकार कर उसके अवयवों के अवैध परिवहन और अवैध व्यापार के विरुद्ध कार्यवाही में स्टेट टाइगर स्ट्राइक फोर्स, वन्य-जीव अपराध नियंत्रण ब्यूरो और स्पेशल टॉस्क फोर्स (पुलिस) के संयुक्त प्रयासों के फलस्वरूप छह आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। इनके पास से वन्य-प्राणी तेंदुए की एक खाल, आधा दर्जन नाखून, छह मोबाइल, एक चार पहिया और एक दो पहिया वाहन बरामद किये गये हैं।
प्रधान मुख्य वन संरक्षक (वन्य-प्राणी) आलोक कुमार ने बताया है कि वन्य-प्राणी मुख्यालय को गुप्त सूचना प्राप्त हुई थी कि कुछ लोग पेटलावद-राजोद मार्ग पर वन्य-प्राणी के अवयवों को बेचने की फिराक में है। विभाग द्वारा तुरंत कार्रवाई कर इन आरोपियों को गिरफ्तार करने में सफलता प्राप्त की गई है। वन अपराध प्रकरण क्रमांक 237/02 में वन्य-प्राणी संरक्षण अधिनियम की विभिन्न धाराओं में प्रकरण दर्ज किया गया है। गिरफ्तार आरोपियों में से चार अलीराजपुर और दो धार जिले के निवासी है। इनमें से दो शिक्षक भी हैं। इन सभी आरोपियों को विशेष न्यायालय इंदौर में पेश कर रिमाण्ड पर लिया जाएगा।
डिस्क्लेमरः यह आईएएनएस न्यूज फीड से सीधे पब्लिश हुई खबर है. इसके साथ न्यूज नेशन टीम ने किसी तरह की कोई एडिटिंग नहीं की है. ऐसे में संबंधित खबर को लेकर कोई भी जिम्मेदारी न्यूज एजेंसी की ही होगी.
Source : IANS