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असम : सोशल मीडिया पर तालिबान का समर्थक करने वाले 14 लोगों पर मामला दर्ज

असम : सोशल मीडिया पर तालिबान का समर्थक करने वाले 14 लोगों पर मामला दर्ज

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IANS
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Crime

(source : IANS)( Photo Credit : (source : IANS))

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अफगानिस्तान पर हाल ही में विद्रोही समूह द्वारा नियंत्रण किए जाने के बाद भारत में तालिबान से सहानुभूति रखने वालों की मौजूदगी की चर्चा के बीच असम पुलिस ने तालिबान से संबंधित सोशल मीडिया पोस्ट डालने के आरोप में कम से कम 14 लोगों को गिरफ्तार किया है। अधिकारियों ने शनिवार को यह जानकारी दी।

असम के विशेष पुलिस महानिदेशक जी. पी. सिंह ने ट्वीट किया, पुलिस ने तालिबान गतिविधियों के संबंध में सोशल मीडिया पोस्ट के लिए 14 लोगों को गिरफ्तार किया है। लोगों को दंडात्मक कार्रवाई से बचने के लिए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर पोस्ट/लाइक आदि में सावधान रहने की सलाह दी जाती है।

गुवाहाटी में एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि असम पुलिस के साइबर सेल द्वारा 10 जिलों के 14 लोगों को ट्रैक करने के बाद गिरफ्तार किया गया है, जो सोशल मीडिया नेटवर्क पर लगातार निगरानी रखता है।

एक अधिकारी ने नाम न छापने का अनुरोध करते हुए कहा, कम से कम 17 सोशल मीडिया प्रोफाइल को तालिबान से संबंधित विभिन्न पोस्ट करते हुए देखा गया था। इन पोस्ट्स में अफगानिस्तान में तख्तापलट या इस्लामी आतंकवादी समूह की गतिविधियों का समर्थन करने वाली टिप्पणियां की थीं। पोस्ट पिछले दो हफ्तों के दौरान साझा की गईं थीं।

पुलिस ने कहा कि पोस्ट असम के 10 जिलों के 14 लोगों द्वारा साझा की गई थी, जबकि तीन अन्य प्रोफाइल असम के उन निवासियों के थे, जो वर्तमान में दुबई, सऊदी अरब और मुंबई में बसे हुए हैं।

23 से 65 वर्ष की आयु के 14 लोगों को दरांग, कामरूप (ग्रामीण), कछार, हैलाकांडी, करीमगंज, बारपेटा, धुबरी, दक्षिण सलमारा, गोलपारा और होजई जिलों से गिरफ्तार किया गया है।

अधिकारी के अनुसार, गिरफ्तार किए गए लोगों में तेजपुर मेडिकल कॉलेज में पढ़ रहे हैलाकांडी का एक एमबीबीएस छात्र और दो मुस्लिम धर्मगुरु शामिल हैं।

पुलिस ने यह भी कहा कि वे उन तीन व्यक्तियों के बारे में अधिक जानकारी इकट्ठा करने की कोशिश कर रहे हैं, जो असम के बाहर बसे हुए हैं और उनके पास एक बार उनके विवरण खुफिया ब्यूरो को भेज देंगे।

राज्य में इससे पहले कुछ लोगों ने पाकिस्तान के साथ सहानुभूति दिखाई थी, हालांकि अब तक तालिबान के लिए ज्यादा समर्थन देखने को नहीं मिला है, कम से कम सार्वजनिक रूप से तो यह इतना नहीं देखा गया है।

डिस्क्लेमरः यह आईएएनएस न्यूज फीड से सीधे पब्लिश हुई खबर है. इसके साथ न्यूज नेशन टीम ने किसी तरह की कोई एडिटिंग नहीं की है. ऐसे में संबंधित खबर को लेकर कोई भी जिम्मेदारी न्यूज एजेंसी की ही होगी.

Source : IANS

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