दिल्ली पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा (ईओडब्ल्यू) ने बुधवार को कहा कि उसने राजकुमार खत्री नाम के एक धोखेबाज को गिरफ्तार किया है, जिसने खुद को एक फाइव स्टार होटल का मालिक बताकर कनाडा के एक नागरिक को करोड़ों रुपये का चूना लगाया था।
अतिरिक्त आयुक्त, आर.के. सिंह ने कहा कि खत्री को कनाडाई नागरिक की शिकायत के आधार पर गिरफ्तार किया गया। उन्होंने आरोप लगाया था कि खत्री ने खुद को ऑल इंडिया हैंडीक्राफ्ट एसोसिएशन का अध्यक्ष और त्रिमूर्ति इंपेक्स का मालिक बताया था।
खत्री ने होटल के सौदों के साथ-साथ डीडीए की जमीन से संबंधित जाली दस्तावेजों की मदद से कनाडाई नागरिक का विश्वास जीता।
सिंह ने कहा कि बाद में भारत आने पर कनाडा के नागरिक को खत्री ने बताया कि वह होटल अभी पूरा नहीं हुआ है और इसे किसी बड़े व्यापारिक घराने को बेचा जाना है। उसने कहा कि वह अपने सारे पैसे और अन्य संपत्ति वापस कर देगा, जो नहीं हुआ।
सिंह ने कहा कि जांच के दौरान, यह पाया गया कि खत्री ने 2012 में शिकायतकर्ता के साथ एक इक्विटी डील को अंजाम दिया था, जिसमें आरोपी ने उसे फाइव स्टार होटल के 50 प्रतिशत शेयर ट्रांसफर करने का आश्वासन दिया था और बदले में, शिकायतकर्ता अपनी 11 संपत्तियों को कनाडा में स्थानांतरित कर देगा।
उन्होंने कहा कि चूंकि शिकायतकर्ता एक एनआरआई व्यवसायी था, इसलिए आरोपी ने गलत बयानी के आधार पर उसे आसानी से लुभा लिया। शिकायतकर्ता को समझाने के लिए खत्री उसे 2012 में निर्माण स्थल पर भी ले गया था, मगर डीडीए भूमि आवंटन के दस्तावेज भी जाली थे।
सिंह ने कहा कि खत्री ने कनाडा में रूहानी कंस्ट्रक्शन के नाम से एक कंपनी भी खोली और शिकायतकर्ता की संपत्ति उसके नाम कर दी गई।
सिंह ने कहा, इसके बाद, शिकायतकर्ता की संपत्तियों को कनाडा में गिरवी रख दिया गया और संपत्तियों के बदले प्राप्त ऋणों को अभियुक्तों द्वारा गलत तरीके से प्राप्त किया गया। रूहानी कंस्ट्रक्शन से लगभग 5.50 करोड़ रुपये खत्री द्वारा संचालित प्रोपराइटरशिप त्रिमूर्ति इंपेक्स को हस्तांतरित किए गए थे।
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Source : IANS