अपनी अति गोपनीय बैंकिंग प्रणाली के कारण कालाधन को छुपाने के लिए सर्वोत्तम जगह माने जाने वाले देश स्विट्जरलैंड के निजी बैंक क्रेडिट सुईस के डाटा लीक से पता चला है कि इस बैंक में कतर के पूर्व सुल्तान समेत कई शीर्ष अरब नेताओं का अकांउट था।
वर्ष 1940 से वर्ष 2010 तक के क्रेडिट सुईस के डाटा लीक से पता चला है कि कतर के पूर्व सुल्तान काबूस बिन सईद का इस बैंक में दो अकांउट था, जिनमें से एक खाता उन्होंने 1971 में खोला था। एक समय इस खाते में 126 मिलियन डॉलर से अधिक राशि जमा थी।
इराक के कारोबारी और राजनीतिज्ञ अयाद अल्लावी ने 1980 में खाता खोला। वह 2004-2005 में इराक के अंतिम प्रधानमंत्री थे और इसके बाद वह 2014-15 और 2016-18 के बीच इराक के उपराष्ट्रपति रहे।
सीरिया के पूर्व राष्ट्रपति हाफिज अल-असद की पत्नी के भाई मोहम्मद मकलूफ का भी अकांउट इस बैंक में था। वह कई साल तक अपनी बहन के पति के नाम पर राजनीतिक संबंधों का लाभ उठाते रहे।
मिस्र के हुसैन सालेम, जो होस्नी मुबारक के सहयोगी थे, वह 30 साल से अधिक समय तक क्रेडिट सुईस में अपना अकाउंट चलाते रहे। सालेम के करीब छह खाते थे, जिनमें लाखों मिलियन डॉलर की रकम जमा थी।
सीरिया के उपराष्ट्रपति अब्दुल हलीम खद्दाम ने भी इस बैँक में काफी रकम जमा कर रखी थी। वह 1970 से 2005 के बीच सरकार में कई शीर्ष पदों पर रहे। वह 1980 में सुर्खियों में आये जब उन्होंने लेबनान के गृह युद्ध के दौरान सीरिया की संलिप्तता में मदद की।
खद्दाम ने लेबनान के अमीर कारोबारी रफीक हरीरी का सहयोग किया, जिससे हरीरी 1992 में लेबनान के प्रधानमंत्री बन गये। हरीरी को अपने सहयोगियों को धन देने के लिए जाना जाता था। हरीरी की हत्या 2005 में हो गयी और सीरिया में भी बशर अल असद की सरकार बन गयी। बशर अल असद के सत्ता में आने के बाद खद्दाम पेरिस भाग गया।
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Source : IANS