केंद्रीय लोक निर्माण विभाग (सीपीडब्ल्यूडी) और डीएमआरसी संयुक्त रूप से सेंट्रल विस्टा में एक अंडरग्राउंड मेट्रो लूप कॉरिडोर का निर्माण करेंगे।
डीएमआरसी सेंट्रल विस्टा के पुनर्विकास में भूमिगत मेट्रो के सिस्टम कार्यो की योजना और निष्पादन के लिए जिम्मेदार होगा।
सरकार ने गुरुवार को संसद को बताया कि वह परियोजना की अपेक्षित लागत में वृद्धि नहीं करेगी, क्योंकि मेट्रो कनेक्टिविटी समग्र मास्टर प्लान का एक हिस्सा है।
मंगलवार को सरकार ने कहा था कि एग्जीक्यूटिव एन्क्लेव के निर्माण का टेंडर जल्द देने पर फैसला लिया जाएगा।
सेंट्रल विस्टा परियोजना के हिस्से के रूप में कार्यकारी एन्क्लेव में प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ), कैबिनेट सचिवालय, इंडिया हाउस और राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद सचिवालय होगा।
एक अधिकारी ने कहा कि बोलियां प्राप्त हो गई हैं और सबसे कम बोली लगाने वाले ने लगभग 1,119 करोड़ रुपये की बोली लगाई है, जो सेंट्रल विस्टा पुनर्विकास परियोजना को क्रियान्वित करने के लिए सीपीडब्ल्यूडी द्वारा अनुमानित 1,160 करोड़ रुपये की लागत से 3.50 प्रतिशत कम है।
एक अधिकारी ने कहा, आमतौर पर सबसे कम बोली लगाने वाले को ठेका दिया जाता है और केंद्रीय लोक निर्माण विभाग (सीपीडब्ल्यूडी) का बोर्ड अगले कुछ दिनों में टेंडर देने का फैसला करेगा।
सीपीडब्ल्यूडी ने एक्जीक्यूटिव एन्क्लेव के निर्माण और रखरखाव की लागत 1,160.17 करोड़ रुपये आंकी थी।
हाई-सिक्योरिटी लुटियंस दिल्ली में प्लॉट नंबर 36/38 में साउथ ब्लॉक के दक्षिण की ओर एग्जीक्यूटिव एन्क्लेव बनेगा।
सूत्रों ने बताया कि सीपीडब्ल्यूडी के बोली दस्तावेज में यह शर्त रखी गई है कि निर्माण कार्य शुरू होने के दो साल के भीतर परियोजना को पूरा कर लिया जाएगा।
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Source : IANS