झारखंड के राज्यपाल से मिली बृंदा करात, कहा- आधार से लिंक नहीं था राशन कार्ड तो मिली मौत
झारखंड में बीते दिनों कथित तौर पर भूख से दो लोगों की मौत पर मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (सीपीएम) प्रतिनिधिमंडल ने रविवार को राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू से मुलाकात की है।
नई दिल्ली:
झारखंड में बीते दिनों कथित तौर पर भूख से दो लोगों की मौत पर मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (सीपीएम) प्रतिनिधिमंडल ने रविवार को राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू से मुलाकात की है।
सीपीएम नेता बृंदा करात के नेतृत्व में प्रतिनिधिमंडल ने राज्यपाल भवन जाकर मुलाकात की।
बृंदा करात ने साफ तौर पर कहा है कि मौत की वजह राशन कार्ड का आधार से लिंक नहीं होना था।
करात ने कहा, 'ये मौतें राशन कार्ड के रद्द होने के कारण हुई हैं जो कि आधार से लिंक नहीं थे। बिना उचित जांच के 11 लाख राशन कार्ड को रद्द कर दिया गया है।'
इसके अलावा करात ने झारखंड के मुख्यमंत्री रघुबर दास और केंद्र की बीजेपी सरकार पर गरीब लोगों के कल्याण के लिए कुछ नहीं करने का आरोप लगाया।
गौरतलब है कि बीते दिनों झारखंड के गिरीडीह और चतरा जिले से कथित तौर पर भूख से दो लोगों की मौत की घटना सामने आई थी जिसके बाद राज्य सरकार हरकत में आकर जांच के आदेश दिए थे।
गिरीडीह जिले के डुमरी इलाके में एक 58 वर्षीय महिला सावित्री देवी की मौत हुई थी। सावित्री देवी की बहू सरस्वती देवी ने कहा था कि वह पिछले तीन दिनों से कुछ भी नहीं खाई थी।
सरस्वती देवी ने कहा था, 'वे लोगों से भीख मांगने के बाद ही खा पाती थी। राशन कार्ड के लिए कई बार मांग की गई लेकिन किसी ने ध्यान नहीं दिया।'
इसके अलावा चतरा जिले के इतखोरी ब्लॉक में मीना मुसहर (45) नाम की महिला की मौत भी कथित तौर पर भूख के कारण हुई थी।
पिछले साल भी सिमडेगा में 11 वर्षीय बच्ची और धनबाद में एक रिक्शा चालक की मौत भूख के कारण हो गई थी।
और पढ़ें: सुपर 30 ने फिर लहराया परचम, IIT परीक्षा में 26 छात्रों ने मारी बाजी
Don't Miss
वीडियो
IPL 2024
मनोरंजन
धर्म-कर्म
-
Love Rashifal 3 May 2024: इन राशियों के लिए आज का दिन रोमांस से रहेगा भरपूर, जानें अपनी राशि का हाल
-
Ganga Dussehra 2024: इस साल गंगा दशहरा पर बन रहा है दुर्लभ योग, इस शुभ मुहूर्त में स्नान करें
-
Akshaya Tritiya 2024: अक्षय तृतीय के दिन करें ये उपाय, चुम्बक की तरह खिंचा चला आएगा धन!
-
First Hindu Religious Guru: ये हैं पहले हिंदू धर्म गुरु, भारत ही नहीं विश्व भी करता है इन्हें नमन