मध्य प्रदेश में गर्मी बढ़ने के साथ जानवरों के इंसानों पर हमले शुरू हो गए हैं। हाल तो है कि वन क्षेत्रों के आसपास रहने वाले लोगों की जिंदगी ही मुसीबत बन गई है। आने वाले दिनों में इंसान और जानवर के बीच संघर्ष बढ़ने की आशंकाएं भी सता रही हैं।
राज्य के अलग-अलग हिस्सों में बीते एक पखवाड़े में कई ऐसी घटनाएं सामने आई हैं जिनमें जानवरों ने जमकर तबाही मचाई है। हाथियों के दल शहडोल संभाग के कई इलाकों में सक्रिय है। हाथियों के इस दल ने पांच लोगों को अपना निशाना बना डाला। इसके अलावा बड़ी संख्या में संपत्ति को भी नुकसान पहुंचाया। उसके बाद से यहां के ग्रामीण इलाकों में दहशत है।
बताया गया है कि इन दिनों ग्रामीण महुआ संग्रहण के काम में लगे हैं और महुआ की गंध हाथियों को अपनी ओर खींचती है। इससे और भी हादसे होने की आशंका बनी हुई है। यही कारण है कि प्रशासन महुआ संग्रहण में लगे लोगों को सतर्क रहने की हिदायत दे रहा है।
इसी तरह बैतूल सहित कुछ अन्य स्थानों पर भी भालू ने लोगों पर हमला किया है। इसके अलावा बाघ, चीता जैसे वन्य प्राणी जंगल में चरने के लिए जाने वाली गाय, बकरी आदि को अपना निशाना बना रहे हैं।
जानकारों का मानना है कि आने वाले समय में यह स्थितियां और विकट हो सकती हैं। इसका बड़ा कारण यह है कि एक तो वन क्षेत्रों में पानी की दिक्कत खड़ी हो जाती है तो वही वनाच्छादित क्षेत्र भी कम हो गया है। लिहाजा वन्य प्राणियों का रुख आवासीय इलाकों में हो जाता है। तो दूसरी ओर बड़ी संख्या में लोग वनोपज के संग्रह के लिए जंगलों में पहुंचते हैं। यह स्थितियां उन लोगों के लिए ज्यादा मुसीबत वाली हैं जो रोजी-रोटी की तलाश में जंगलों तक जाते हैं।
डिस्क्लेमरः यह आईएएनएस न्यूज फीड से सीधे पब्लिश हुई खबर है. इसके साथ न्यूज नेशन टीम ने किसी तरह की कोई एडिटिंग नहीं की है. ऐसे में संबंधित खबर को लेकर कोई भी जिम्मेदारी न्यूज एजेंसी की ही होगी.
Source : IANS