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COVID केसों में कमी देख असम आने वालों का नहीं होगा कोरोना टेस्ट, जानें कब से

असम आने वाले लोगों को 1 मार्च से न तो कोरोना जांच की निगेटिव रिपोर्ट ले जाना जरूरी होगा और न ही उनका राज्य में टेस्ट होगा.

Updated on: 10 Feb 2021, 02:06 PM

highlights

  • 1 मार्च से एयरपोर्ट, रेलवे स्टेशन और स़ड़क मार्ग पर कोरोना टेस्ट खत्म
  • तेजी से चल रहे टीकाकरण और कम होते संक्रमण को देख किया निर्णय
  • अब असम जाने वालों को इस तरह मिल सकेगी बड़ी राहत

डिसपुर:

दो-दो स्वदेशी वैक्सीन (Corona Vaccine) के बाद जोर पकड़ रहे कोविड-19 टीकाकरण अभियान और हर गुजरते दिन के साथ कोरोना संक्रमण के नए मामलों में आ रही कमी को देखते हुए असम सरकार ने एक बड़ा कदम उठाया है. इसके तहत 1 मार्च से रेलवे स्टेशनों, सड़क मार्ग और एयरपोर्ट्स पर जरूरी कोविड-19 टेस्ट को खत्म करने का निर्णय किया गया है. इस फैसले के तहत राज्य में आने वाले लोगों की बड़ी राहत मिलेगी. यहां आने वाले लोगों को 1 मार्च से न तो कोरोना जांच की निगेटिव रिपोर्ट ले जाना जरूरी होगा और न ही उनका राज्य में टेस्ट होगा. असम के स्वास्थ्य मंत्री हेमंत बिस्व सरमा (Himanta Biswa Sarma) ने बताया कि कोविड-19 के मामलों में गिरावट आई है. अब टीकाकरण भी हो रहा है. 

1 लाख से ज्यादा लोगों का टीकाकरण
स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि मंगलवार तक राज्य में एक लाख से ज्यादा लोगों को कोरोना का वैक्सीन लगाया जा चुका है. टीकाकरण सफल रहा है. कई भी साइड इफेक्ट्स के मामले सामने नहीं आए हैं. कामरूप (मेट्रोपॉलिटन), जो गुवाहाटी शहर को कवर करता है और कछार जिलों ने मंगलवार को सबसे अधिक वैक्सीनेशन हुआ. राज्य में मंगलवार शाम छह बजे तक कुल 1,08,512 लोगों को वैक्सीन लगाई गई. मंगलवार को राज्य में टीकाकरण कार्यक्रम का उन्नीसवां दिन था, जो सफल रहा. 2,328 सेशन के दौरान कुल 1,08,512 लाभार्थियों को टीकाकरण लगाया गया, 64 लोगों को मामूली साइड इफेक्ट नजर आए जो ठीक हो गए, कोई भी गंभीर साइड इफेक्ट देखने को नहीं मिले. मंगलवार को 240 सेशन से लगभग 8,998 लाभार्थियों का टीकाकरण किया गया.

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25 फरवरी तक 2.19 लाख लोगों को पहला डोज
स्वास्थ्य अधिकारियों ने बताया कि राज्य में 2.19 लाख हेल्थकेयर वर्करों में से 50 फीसदी का टीकाकरण किया जा चुका है. स्वास्थ्य परिवार कल्याण असम के निदेशक मुनींद्र नाथ नटेते ने बताया कि 25 फरवरी तक, पूरे 2.19 लाख पंजीकृत स्वास्थ्य कर्मियों में से प्रत्येक को कम से कम पहली खुराक मिल जाएगी. जो वैक्सीनेशन करवाने से हिचक रहे हैं उनके लिए एक मोप-अप राउंड का आयोजन किया जाएगा. इन्हीं सब बातों के मद्देनजर स्वास्थ्य मंत्री ने कोरोना जांच बंद कराने का निर्णय किया. ऐसे में अब सरकार ने फैसला लिया है कि 1 मार्च 2021 से रेलवे स्टेशनों और एयरपोर्ट्स पर उतरने वाले यात्रियों की कोरोना जांच नहीं होगी. उन्होंने कहा कि सड़क मार्ग से आने वालों को भी जांच कराना जरूरी नहीं है. विभाग की ओर से इन जगहों पर लगाई गई टीमें 1 मार्च से हटा ली जाएंगी.