logo-image

लंबी लड़ाई है कोरोना संकट, धैर्य से लड़ना होगा, वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में बोले अमित शाह

अमित शाह ने कहा, ये हमारा चौथा संवाद है. बीच-बीच में सभी मुख्यमंत्रियों से मेरी व्यक्तिगत बात होती रहती है.

Updated on: 27 Apr 2020, 12:39 PM

नई दिल्ली:

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (PM Narendra Modi) ने सोमवार को विभिन्न राज्यों के मुख्यमंत्रियों से वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए बैठक करके कोरोना वायरस संक्रमण के कारण देश में पैदा हुए हालात पर चर्चा की. पीएम मोदी ने कहा, 'हमारे सामूहिक प्रयासों का कुछ हद तक असर दिख रहा है. लॉकडाऊन का प्रभाव पड़ा और हमें उसका लाभ मिला है.'

वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में गृह मंत्री अमित शाह भी शामिल रहे. इस दौरान अमित शाह ने सभी मुख्यमंत्रियों को निर्देश दिए कि जहां-जहां लॉकडाउन भंग की घटनाएं हो रही है, उन्हें तुरंत रोकने का प्रयास होना चाहिए. उन्होंने कहा, लॉकडाउन का कड़ाई से पालन होना चााहिए. हमने सावधानी पूर्वक ट्रेड और इंडस्ट्री को कुछ छूट दी है. पीएम के जान भी, जहान भी के मार्गदर्शन पर सबको आगे बढना होगा.

यह भी पढ़ें: मजदूरों को उनके गांव भेजने के पक्ष में नहीं है मोदी सरकार, सुप्रीम कोर्ट में कही यह बात

अमित शाह ने कहा, ये हमारा चौथा संवाद है. बीच-बीच में सभी मुख्यमंत्रियों से मेरी व्यक्तिगत बात होती रहती है. दुनिया में दो लाख से ज्यादा लोगों की कोरोना से मौत हुई, उससे अपेक्षा हमारी स्थिति अच्छी है. उन्होंने कहा, ये लंबी लडााई है, हमको धैर्यपूर्वक लड़ना है. अमित शाह ने ये भी कहा कि संघीय शासन और राज्य नेतृत्व मिलकर आगे बढ रहे हैं.

बता दें, सरकार के सूत्रों ने रविवार को संकेत दिए थे कि प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्रियों के बीच महामारी से निपटने के तरीकों पर चर्चा के अलावा, लॉकडाउन को चरणबद्ध तरीके से समाप्त करने पर भी बातचीत हो सकती है. प्रधानमंत्री कार्यालय ने सोमवार को ट्वीट किया कि मोदी और मुख्यमंत्री कोविड-19 के हालात से जुड़े मुद्दों पर चर्चा करेंगे. प्रधानमंत्री मोदी ने रविवार को अपने मासिक ‘मन की बात’ रेडियो संबोधन में कहा था कि देश एक युद्ध के बीच में है. उन्होंने जोर दिया कि लोगों को सावधान रहने और सावधानी बरतने की जरूरत है. मोदी ने सावधानी बरतने पर जोर ऐसे समय दिया है जब केंद्र सरकार और राज्य आर्थिक गतिविधियों को फिर से बहाल करने के लिए लॉकडाउन मानदंडों में छूट दे रहे हैं.

यह भी पढ़ें: राजस्थान: झालावाड़ अस्पताल में एक झटके में 100 से ज्यादा नर्सिंग स्टाफ ने दिया इस्तीफा, ये है वजह

उन्होंने कहा, ‘‘मैं आपसे अति आत्मविश्वासी नहीं होने का आग्रह करता हूं. आपको अपने अति-उत्साह में यह नहीं सोचना चाहिए कि यदि कोरोना वायरस अभी तक आपके शहर, गांव, सड़क या कार्यालय तक नहीं पहुंचा है, तो यह अब नहीं पहुंचेगा. कभी भी ऐसी गलती न करें. दुनिया का अनुभव हमें इस संबंध में बहुत कुछ बताता है.’’

केंद्र और राज्य सरकारें आर्थिक गतिविधियों को बढ़ावा देने और लोगों को राहत प्रदान करने के लिए विभिन्न क्षेत्रों को क्रमिक छूट दे रही हैं. हालांकि कुछ राज्य लॉकडाउन को तीन मई के बाद भी जारी रखने के इच्छुक हैं ताकि यह यह सुनिश्चित किया जा सके कि कोरोना वायरस के मामले नियंत्रण में रहें.