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वरदान साबित हो रहा देश का पहला कौशल विश्वविद्यालय: हरियाणा सीएम

वरदान साबित हो रहा देश का पहला कौशल विश्वविद्यालय: हरियाणा सीएम

Updated on: 18 Nov 2021, 06:55 PM

चंडीगढ़:

हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने गुरुवार को कहा कि देश का पहला कौशल विश्वविद्यालय मील का पत्थर साबित हो रहा है, क्योंकि कौशल समाज और राष्ट्र को आगे बढ़ाने में मदद करता है।

मुख्यमंत्री श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय के तीसरे स्थापना दिवस की अध्यक्षता करने पलवल में थे।

राज्य के कौशल विकास मंत्री मूलचंद शर्मा सहित अन्य लोग वहां मौजूद थे। खट्टर ने विश्वविद्यालय में चल रहे कार्यों की प्रगति की भी समीक्षा की।

उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कौशल से संबंधित शिक्षा प्रदान करने के लक्ष्य के साथ विश्वविद्यालय की आधारशिला रखी थी।

यह विश्वविद्यालय प्रधानमंत्री के आत्मनिर्भर भारत अभियान को आगे बढ़ाने में मील का पत्थर साबित होगा।

उन्होंने कहा कि वर्ष 2030 तक, विश्वविद्यालय से हर साल कम से कम 12,000 कुशल युवा स्नातक होंगे।

वर्तमान में, हर साल 4,000 कौशल प्रदान किए जा रहे हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि विश्वविद्यालय एक उद्योग-एकीकृत अर्न व्हाइल लर्न मॉडल के साथ काम कर रहा हैं, जो छात्रों को पढ़ने के साथ-साथ कमाने के अवसर प्रदान करेगा।

उन्होंने कहा कि यह छात्रों को वास्तविक रोजगार की दुनिया से अवगत कराकर उन्हें एक्सपोजर प्रदान करेगा, ताकि उन्हें भविष्य में बेहतर रोजगार मिल सके।

कौशल विकास मंत्री शर्मा ने कहा कि विश्वविद्यालय मारुति इंडिया लिमिटेड, रिलायंस, हेल्थियंस और आनंद समूह के साथ समझौता कर रहा है, ताकि उद्योगों के कर्मचारियों के लिए अनुकूलित कार्यक्रम विकसित करने और उत्कृष्टता केंद्र के माध्यम से कौशल उन्नयन कार्यक्रम आयोजित करने की संभावना तलाशी जा सके।

डिस्क्लेमरः यह आईएएनएस न्यूज फीड से सीधे पब्लिश हुई खबर है. इसके साथ न्यूज नेशन टीम ने किसी तरह की कोई एडिटिंग नहीं की है. ऐसे में संबंधित खबर को लेकर कोई भी जिम्मेदारी न्यूज एजेंसी की ही होगी.