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Coronavirus Vaccine: अक्टूबर के अंत तक वैक्सीन तैयार, एक और बड़ी कंपनी ने दुनिया को जगाई उम्मीद

कोरोना ने पूरी दुनिया को अपनी चपेट में ले लिया है. इस वायरस के संक्रमण से पूरी दुनिया अस्त-व्यस्त हो गया है. लेकिन अभी तक किसी भी देश के पास इसका कोई इलाज नहीं है.

Updated on: 30 May 2020, 07:51 PM

नई दिल्ली:

कोरोना (Corona Virus) ने पूरी दुनिया को अपनी चपेट में ले लिया है. इस वायरस के संक्रमण से पूरी दुनिया अस्त-व्यस्त हो गया है. लेकिन अभी तक किसी भी देश के पास इसका कोई इलाज नहीं है. इसके कहर को सिर्फ वैक्सीन (Corona Vaccine) से रोका जा सकता है. लेकिन अभी तक किसी भी देश को सफलता नहीं मिली है. कई देश इसके शोध में लगा हुआ है. इस बीच एक और कंपनी ने वैक्सीन बनाने में उम्मीदें जगा दी हैं. वियाग्रा जैसी दवाओं का आविष्कार करने वाली अमेरिकन फार्मास्यूटिकल कंपनी Pfizer ने दावा किया है कि इस साल अक्टूबर के अंत तक इसकी वैक्सीन बनकर तैयार हो जाएगी.

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बहुत जल्द कोरोना मामले में मिलेगी सफलता

कंपनी के सीईओ ने कहा है कि अगर सबकुछ ठीक रहा तो अक्टूबर के अंत तक वैक्सीन तैयार हो जाएगी. इतना ही नहीं उन्होंने कहा कि एक गुणकारी और सुरक्षित वैक्सीन के लिए हम भरपुर प्रयास कर रहे हैं. Pfizer जर्मनी की फर्म बायोन्टेक के साथ यूरोप और संयुक्त राज्य अमेरिका में कई संभावित वैक्सीन को लेकर काम कर रहा है. Pfizer कंपनी फिलहाल चार अलग-अलग वैक्सीन पर काम कर रही है. ऐसे में जून-जुलाई तक यह साफ हो जाएगा कि कौन सी वैक्सीन सबसे ज्यादा कारगर और सुरक्षित है. इसके लिए डाटा इकट्टा कर उसका विश्लेषण किया जा रहा है.

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कुछ दिनों बाद कोरोना का हो जाएगा खात्मा

वहीं इससे पहले प्रधान वैज्ञानिक सलाहकार (पीएसए) के विजय राघवन ने कहा कि भारत में करीब 30 समूह कोरोनावायरस (Corona Virus) के खिलाफ टीका विकसित करने की कोशिश में लगे हैं, जिनमें बड़े उद्योग घरानों से लेकर वैज्ञानिक तक हैं. राघवन ने कहा कि इन 30 में से 20 समूह बहुत तेज रफ्तार से काम कर रहे हैं. उन्होंने एक मीडिया ब्रीफिंग में कहा, भारत में बड़े उद्योगों से लेकर वैज्ञानिक तक करीब 30 समूह कोविड -19 (COVID-19) के खिलाफ टीका विकसित करने की कोशिश में लगे हैं जिनमें से 20 अच्छी रफ्तार से काम कर रहे हैं. राघवन ने किसी समूह का नाम नहीं लिया, लेकिन कहा कि इनमें से कुछ प्री-क्लीनिकल स्तर पर हैं और अक्टूबर तक क्लीनिकल स्तर पर पहुंच सकते हैं. इस समय टीका नहीं होने और लॉकडाउन खुलने के बाद अगले कुछ महीने में इसके विकास की संभावना के प्रश्न पर उन्होंने तेजी से जांच और मामलों का पता लगाये जाने पर जोर दिया.