logo-image

जब वहुान जाने वाली फ्लाइट के पायलट ने पूछा: हमारे संक्रमित होने की कितनी संभावना है?

यह विमान 31 जनवरी और एक फरवरी को दो बार में वुहान में फंसे भारतीयों को लेकर आया था. इसमें 647 भारतीय और मालदीव के सात नागरिक थे.

Updated on: 14 Feb 2020, 06:58 AM

दिल्ली:

चीन के कोरोना वायरस से प्रभावित वुहान से भारतीयों को चालक दल के 19 सदस्यों के साथ वापस लाने वाले एअर इंडिया के कप्तान अमिताभ सिंह ने जाने से पहले पूछा था कि 'हमारे संक्रमित होने की कितनी संभावना है?, 'हमारे परिवारों का क्या होगा?' राष्ट्रीय वाहक में परिचालन के निदेशक सिंह ने डबल-डेकर बोइंग 747 विमान को कार्यकारी कमांडर के तौर पर उड़ाया था. यह विमान 31 जनवरी और एक फरवरी को दो बार में वुहान में फंसे भारतीयों को लेकर आया था. इसमें 647 भारतीय और मालदीव के सात नागरिक थे. जब पहली उड़ान उतर रही थी तो उन्हें 'भयानक अहसास' हो रहा था.

यह भी पढ़ें: coronavirus Updates: आखिर इतना खतरनाक क्यों है कोरोनावायरस?

सिंह ने कहा कि सड़कें और इमारतें अच्छी तरह से जगमगा रही थीं लेकिन शहर में सन्नाटा पसरा हुआ था, क्योंकि आसपास कोई इंसान नहीं था. एअर इंडिया ने भले ही पहले भी फंसे हुए लोगों के बाहर निकाला हो लेकिन यह मेडिकल आपातकाल में वुहान से लोगों को लाना अपनी तरह का पहला अभियान था. उड़ानों में सवार एअर इंडिया के एक कर्मी ने कहा कि हमने अपने डर पर विजय प्राप्त की क्योंकि हमें नहीं पता था कि क्या अपेक्षित है. उन्होंने वुहान से निकाले गए लोगों की भी प्रशंसा की और कहा कि एक भी शख्स ने दुर्व्यवहार नहीं किया. सात दिन तक अलग रहने के बाद इस हफ्ते काम पर लौटे सिंह ने कहा कि इन उड़ानों में सबसे अच्छी बात यह थी कि चालक दल के किसी भी सदस्य ने जाने से इनकार नहीं किया बल्कि वे इसे करने के लिए अधिक तैयार थे.

यह भी पढ़ें: समय रहते जानकारी होना है ब्लड कैंसर का उपचार, जानें इसके लक्षण

बचाव उड़ानों के लिए अल्प सूचना में तैयारी के बारे में बात करते हुए सिंह ने कहा कि चालक दल के सदस्यों के पास सवाल और आशंकाएं थीं, जिनका संतोषजनक जवाब दिया गया. सिंह ने कहा, 'जोखिम क्या हैं, हमारे संक्रमित होने की कितनी संभावना है, उड़ान के बाद हमारे साथ क्या होगा, हमारे परिवारों का क्या होगा? ये सवाल थे,' सिंह ने बताया कि उन्होंने डॉक्टरों से सावधानी बरतने को लेकर बात की और उनके सभी सवालों के जवाब दिए गए. उन्होंने कहा, 'यह एक मानवीय उड़ान है. हम यहां जरूरत की इस घड़ी में मदद करने और आपको वापस भारत ले जाने के लिए आए हैं. अपनी आवाजाही को कम से कम रखें और चालक दल तभी आएगा जब आप अस्वस्थ होंगे.

दिल्ली के लिए उड़ान भरने से पहले विमान में ये घोषणाएं की गई थीं.' प्रत्येक उड़ान में एअर इंडिया का 20 सदस्यीय चालक दल, डॉक्टरों और सहायक कर्मचारियों सहित कुल 34 लोग शामिल थे. विमान में 15 केबिन क्रू और पांच कॉकपिट क्रू थे, जिसमें सिंह भी शामिल थे.