कोरोना के मामलों पर लगातार अध्ययन किया जा रहा है और लगातार नई जानकारियां निकलकर सामने आ रही हैं. ऐसी ही एक और जानकारी सामने आई है जिसमें बतया गया है किसी कोरोना संदिग्ध को केवल 14 दिनों के लिए क्वारंटाइन किया जाना काफी नहीं है. दरअसल अब तक ऐसे किसी मरीज में 5 से 14 दिनों के अंदर कोरोना के लक्षण दिखाई देने लगते थे. उसी के अनुसार मरीजों को 14 दिनों के लिए क्वारंटाइन किया जाता था. लेकिन अब बताया जा रहा है कि ऐसे मामले भी सामने आ रहे हैं जिनमें लगभग महीने भर बाद कोरोना के लक्षण दिखे. ऐसे में अब माना जा रहा है कि केवल 14 दिनों का क्वारंटाइन काफी नहीं है.
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मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक केरल में विदेश से आई एक महिला 18 मार्च से होम क्वारंटइन थी. लेकिन महीनेभर बाद उसमें कोरोना के लक्षण दिखे और तब जाकर उसने जाच करवाई तो वह कोरोना से संक्रमित निकली. वहीं केरल के ही एक NGO के मुताबिक वह लगभग ऐसे 1 दर्जन मामले देख चुके हैं जिसमें 28 दिनों के क्वारंटाइन के बाद लोग कोरोना से संक्रमित पाए गए.
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मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो इन मामलों को देखते हुए आशंका जताई जा रही है कि कहीं केरल में लोगों कोवायरस का म्यूटेशन तो नहीं हो रहा है. इसी वजह से विदेश से लौटे या मरीजों के संपर्क में आए लोगों का क्वारंटाइन के बाद भी टेस्ट हो रहा है. चीन के वुहान में भी इससे मिलता जुलता एक मामला सामने आया था जिसमें 27 दिनों तक क्वारंटाइन रहने के बाद शख्स को कोरोना संक्रमित पाया गया था.