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पुलिस ने पिता-पुत्र को शराब तस्करी मामले में फसाने की धमकी दी

पुलिस ने पिता-पुत्र को शराब तस्करी मामले में फसाने की धमकी दी

Updated on: 28 Aug 2021, 09:00 AM

पटना:

बिहार के शराबबंदी कानून का अक्सर पुलिस अधिकारी अपने निजी स्वार्थ के लिए दुरुपयोग करते हैं। ऐसी ही एक घटना गोपालगंज जिले की है जहां एक सब-इंस्पेक्टर रैंक के अधिकारी ने एक शख्स और उसके पिता को शराब तस्करी के मामले में फंसाने की धमकी दी।

शुक्रवार को सोशल मीडिया पर ललन सिंह नाम के पुलिस अफसर और व्यक्ति का एक वीडियो वायरल हुआ।

गोपालगंज के एसपी आनंद कुमार ने कहा, जिले के एक अधिकारी के खिलाफ सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हुआ। इस मामले की जांच की जा रही है। हमने इस मामले की जांच के लिए डीएसपी रैंक के अधिकारी नरेश पासवान के नेतृत्व में एक टीम का गठन किया है। अगर कथित अधिकारी जांच के बाद दोषी पाया जाता है, तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।

ललन सिंह गोपालगंज के जाधोपुर थाने में तैनात है।

वायरल वीडियो में वह कथित तौर पर राजू बाबू नाम के एक दलाल से बात कर रहा है। दूसरा शख्स कह रहा है कि वह राणा सिंह और उसके पिता को ललन सिंह के सामने जाधोपुर थाने में बातचीत के लिए पेश कर देगा।

सिंह ने जवाब में कहा, उन्हें पुलिस थाने न ले जाएं वरना वह उन्हें सलाखों के पीछे डाल देंगे।

सिंह ने वायरल ऑडियो में राजू बाबू के साथ बातचीत करते हुए कहा, मैं हरिहरपुर गांव में पिता-पुत्र की जोड़ी के घर गया लेकिन उन्होंने दरवाजा नहीं खोला। मैं एक-दो दिन में शराब जब्त कर लूंगा और फिर उन्हें शराब तस्करी के मामले में फंसा दूंगा। उन्होंने सब-इंस्पेक्टर (दरोगा) की ताकत नहीं देखी है।

कुछ दिन पहले सिंह जमीन विवाद को सुलझाने के लिए हरिहरपुर गांव गए थे, जिसमें राणा सिंह शिकायतकर्ता हैं।

उनकी कथित तौर पर राणा सिंह के साथ बहस हुई, तब से वह राणा सिंह से नाराज है।

राणा सिंह ने कहा, ललन सिंह रिश्वत के रूप में 2 लाख रुपये की मांग कर रहा है और मैंने उसे भुगतान करने से इनकार कर दिया था। उसने मुझे गंभीर परिणाम भुगतने की धमकी दी है और यह भी कहा है कि वह मुझे और मेरे पिता को शराब तस्करी के मामले में फंसाएगा।

संपर्क करने पर ललन सिंह ने आरोपों से इनकार किया। ललन ने कहा, वायरल वीडियो में आवाज मेरी नहीं है। मैं जमीन विवाद मामले को सुलझाने के लिए हरिहरपुर में मौजूद था लेकिन मैंने कभी किसी को धमकी नहीं दी। मेरे खिलाफ लगाया गया आरोप पूरी तरह झूठा है।

डिस्क्लेमरः यह आईएएनएस न्यूज फीड से सीधे पब्लिश हुई खबर है. इसके साथ न्यूज नेशन टीम ने किसी तरह की कोई एडिटिंग नहीं की है. ऐसे में संबंधित खबर को लेकर कोई भी जिम्मेदारी न्यूज एजेंसी की ही होगी.