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धर्मांतरण मामला: फॉरेंसिक जांच के लिए बद्दो की मौजूदगी में भेजे गए मोबाइल और लैपटॉप, खुलेगा बड़ा राज..

धर्मांतरण मामला: फॉरेंसिक जांच के लिए बद्दो की मौजूदगी में भेजे गए मोबाइल और लैपटॉप, खुलेगा बड़ा राज..

Updated on: 16 Jun 2023, 08:15 PM

गाजियाबाद:

धर्मांतरण मामले में गाजियाबाद पुलिस लगातार कोशिश कर रही है कि बद्दो के पास से मिले दो मोबाइल फोन और लैपटॉप से डाटा रिकवर हो जाए। जिससे आसानी से बद्दो और उससे जुड़े लोगों के बारे में जानकारी जुटाई जा सके। इसीलिए, शुक्रवार को बद्दो को डासना जेल से कोर्ट बुलाया गया था, ताकि उसकी मौजूदगी और उसके साइन के बाद लैपटॉप और मोबाइल फोन डाटा रिकवरी के लिए फॉरेंसिक लैब भेजा जा सके।

पुलिस की कोशिश यही है कि जितनी जल्दी वह डाटा रिकवर कर सके, उसके बाद ही बद्दो को पुलिस रिमांड में लिया जाए और उससे पूछताछ की जाए। साथ ही साथ पुलिस की योजना है कि बद्दो को मौलवी के आमने-सामने बिठाकर भी पूछताछ की जाए।

सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक मोबाइल फोन और लैपटॉप के अंदर ही काफी डाटा मौजूद है। जिसके जरिए धर्मांतरण मामले में बद्दो के साथ मौजूद और लोगों को बेनकाब किया जा सकता है। इस मामले में पुलिस ने काफी डाटा रिकवरी किया है। जिसके जरिए पुलिस कोशिश कर रही है कि धर्मांतरण मामले में जुड़े और भी लोगों को जल्द ही सलाखों के पीछे किया जा सके।

अभी तक मिली जानकारी के मुताबिक बद्दों ने गाजियाबाद में नाबालिग लड़की के जरिए उसकी महिला मित्र को भी कई वीडियो भिजवाए थे। जो धर्मांतरण से जुड़े मामले में काफी अहम कड़ी है। लड़की ने वीडियो देखें तो जरूर लेकिन उसने साफ तौर पर इनको मानने से मना कर दिया।

पुलिस बद्दो को डासना जेल से कोर्ट लेकर आई थी। जांच प्रक्रिया पूरी करने के लिए बद्दो को जेल से बाहर लाया गया था। मोबाइल, लैपटॉप को फॉरेंसिक जांच के लिए भेजा गया है। फॉरेंसिक जांच में सामानों को भेजने से पहले बद्दो का साइन होना बेहद जरूरी प्रक्रिया थी। प्रक्रिया पूरी होते ही बद्दो को वापस जेल भेज दिया गया।

-- आईएएनएस

पीकेटी/एबीएम

डिस्क्लेमरः यह आईएएनएस न्यूज फीड से सीधे पब्लिश हुई खबर है. इसके साथ न्यूज नेशन टीम ने किसी तरह की कोई एडिटिंग नहीं की है. ऐसे में संबंधित खबर को लेकर कोई भी जिम्मेदारी न्यूज एजेंसी की ही होगी.