इस्लामिक धर्मगुरु ज़ाकिर नाइक ने उन ख़बरों को ख़ारिज़ किया है जिसमें यह कहा जा रहा था कि उसे मलेशिया से भारत लाए जाने की तैयारी है।
ज़ाकिर नाइक ने अपना बयान जारी करते हुए कहा, 'मेरे भारत लौटने की खबर पूरी तरह फर्जी और निराधार है। जब तक अभियोजन की तरफ से मैं सुरक्षित महसूस नहीं करूंगा तब तक मेरे भारत आने की कोई योजना नहीं है। जब मुझे लगेगा कि सरकार निष्पक्ष होगी तब मैं अपने देश जरूर लौटूंगा।'
गौरतलब है कि ज़ाकिर नाइक पर हेट स्पीच, मनी लॉन्ड्रिंग और आतंकी संगठनों को फंडिंग मुहैया कराने का आरोप है। राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने 18 नवंबर 2016 को जाकिर नाइक के खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज किया था।
जाकिर ने 2016 में भारत छोड़ दिया था क्योंकि उस वक्त बांग्लादेश में मौजूद आतंकियों ने दावा किया था कि वे जाकिर के भाषणों से प्रेरित हैं।
विवादित धर्म प्रचारक जाकिर नाईक तब सुर्खियों में आए, जब खुलासा हुआ कि ढाका के चर्चित कैफे पर हमला करने वाले आतंकियों में दो उसके भाषण से प्रेरित हुए थे।
नाईक मुंबई स्थित प्रतिबंधित इस्लामिक रिसर्च फाउंडेशन (आईआरएफ) के संस्थापक हैं। ब्रिटेन और कनाडा ने दूसरे धर्मो के प्रति नफरत वाले भाषणों को लेकर उस पर प्रतिबंध लगा रखा है।
ढाका हमले से नाम जुड़ने के बाद भारत सरकार ने नाईक के खिलाफ कार्रवाई शुरू की थी। जिसके बाद नाईक गिरफ्तारी के डर से भारत से फरार है। जांच एजेंसियों ने आईआरएफ पर भी प्रतिबंध लगा दिया है। नाईक पर वित्तिय अनियमितता का भी आरोप है।
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Source : News Nation Bureau