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श्राप को लेकर दाखिल अवमानना याचिका पर आज सुप्रीम कोर्ट में होगी सुनवाई

अयोध्या मामले में मुस्लिम पक्ष के वकील राजीव धवन ने एक 88 साल के वृद्ध प्रोफेसर षणमुगम के खिलाफ याचिका दाखिल की है, जिन्होंने मुस्लिम पक्ष की पैरवी करने के चलते उन्हें चिट्ठी लिखकर 'श्राप' दिया है.

Updated on: 03 Sep 2019, 08:08 AM

highlights

  • 88 साल के वृद्ध प्रोफेसर ने राजीव धवन को दिया है श्राप
  • श्राप को लेकर राजीव धवन ने दाखिल की है अवमानना याचिका
  • SC में मुस्‍लिम पक्ष की दलीलें पेश कर रहे हैं राजीव धवन 

नई दिल्ली:

सुप्रीम कोर्ट में आज श्राप देने को लेकर दाखिल अवमानना याचिका पर सुनवाई होगी. एक दिन पहले सोमवार को राम जन्‍मभूमि-बाबरी मस्‍जिद विवाद की सुनवाई के दौरान मुस्‍लिम पक्ष ने दलीलें रखीं. दलीलें रखने से पहले मुस्‍लिम पक्ष के वकील राजीव धवन ने एक पत्र का जिक्र किया. पत्र लिखने वाले ने मु्स्लिम पक्ष के वकील राजीव धवन को 'श्राप' दिया है. इसे लेकर राजीव धवन ने सुप्रीम कोर्ट में अवमानना याचिका दाखिल की है, जिस पर सर्वोच्च न्यायलय आज मंगलवार को सुनवाई करेगा.

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बताया जा रहा है कि सोमवार को सुनवाई की शुरुआत में कपिल सिब्बल ने वकील राजीव धवन को मिले पत्र का उल्‍लेख किया. मुख्‍य न्‍यायाधीश रंजन गोगोई ने इस पर मंगलवार को विचार करने की बात कही. अयोध्या मामले में मुस्लिम पक्ष के वकील राजीव धवन ने एक 88 साल के वृद्ध प्रोफेसर षणमुगम के खिलाफ याचिका दाखिल की है, जिन्होंने मुस्लिम पक्ष की पैरवी करने के चलते उन्हें चिट्ठी लिखकर 'श्राप' दिया है.

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चिट्ठी में उन्होंने लिखा है, 'फरवरी 1941 से लेकर अब तक मैं 50 लाख बार गायत्री मंत्र का जाप कर चुका हूं. सितंबर 1958 से लेकर अब तक 27,000 बार गीता का दसवां अध्याय पढ़ा है. अपनी इसी जीभ से मैं भगवान के काम के रास्ते में अड़चन डालने के लिए आपको श्राप देता हूं कि आपकी जीभ बोलना बंद कर दे. आपके पैर काम करना बंद कर दें. आपकी आंखों की रोशनी चली जाए. आपके कान सुनना बंद कर दें.'