logo-image

भारत की तरह पाकिस्तान भी चीन का दोस्त, डोकलाम बीते दिनों की बात: चीनी काउंसल जनरल

डोकलाम में चीनी सैनिकों की संख्या को कम किए जाने के भारतीय आर्मी चीफ बिपिन रावत के बयान के बाद भारत में तैनात चीन के काउंसलर जनरल मा झाऊ ने कहा है कि यह मुद्दा अब बीते दिनों की बात हो चुकी है।

Updated on: 09 Jan 2018, 10:52 PM

highlights

  • चीन के काउंसलर जनरल मा झाऊ ने कहा है कि डोकलाम मुद्दा अब बीते दिनों की बात हो चुकी है
  • उन्होंने कहा कि साधारण शब्दों में यह कहा जा सकता है कि चीन, पाकिस्तान का समर्थन कर रहा है

नई दिल्ली:

डोकलाम में चीनी सैनिकों की संख्या को कम किए जाने के भारतीय आर्मी चीफ बिपिन रावत के बयान के बाद भारत में तैनात चीन के काउंसल जनरल मा झाऊ ने कहा है कि यह मुद्दा अब बीते दिनों की बात हो चुकी है।

कोलकाता में मीडिया से बातचीत के दौरान उन्होंने कहा, 'जहां तक डोकलाम की बात है तो यह अध्याय अब बंद हो चुका है। हम भारत के साथ मिलकर काम करना चाहते हैं ताकि अर्थव्यवस्था और व्यापार समेत अन्य मामलों में द्विपक्षीय संबंधों की नई ऊंचाईयों को हासिल किया जा सके।'

गौरतलब है कि आर्मी चीफ जनरल रावत ने सोमवार को कहा था कि डोकलाम में चीनी सैनिकों की संख्या में काफी कमी आई है। सिक्किम क्षेत्र के डोकलाम में गतिरोध की वजह से भारत व चीन की सेनाएं 73 दिनों तक आमने-सामने रही हैं।

और पढ़ें: डोकलाम में कम हुए चीनी सैनिकों के बयान पर चीन की चुप्पी

इसके बाद मंगलवार को विदेश मंत्रालय की ब्रीफिंग में चीन ने मंगलवार को भारतीय सेना प्रमुख बिपिन रावत के उस दावे का खंडन नहीं किया था जिसमें उन्होंने कहा था कि डोकलाम में चीनी सैनिकों की संख्या में काफी कमी आई है।

हालांकि, चीन ने डोकलाम पर अपने दावे को दोहराया और कहा कि गश्त व इलाके में अपने जवानों की तैनाती पर उसका संप्रभु अधिकार है।

रावत की टिप्पणी के बारे में पूछे जाने पर विदेश मंत्रालय ने कहा, 'डोंग लांग इलाके में चीनी सैनिकों की तैनाती व गश्त संप्रभुता के अधिकार के तहत है और यह ऐतिहासिक संकल्प की व्यवस्था व क्षेत्रीय संप्रभुता बनाए रखने के अनुरूप है।'

चीन ने इस दौरान आतंक के मुद्दे को लेकर पाकिस्तान के खिलाफ की गई अमेरिकी कार्रवाई पर भी अपना पक्ष रखा। उन्होंने कहा कि साधारण शब्दों में यह कहा जा सकता है कि चीन, पाकिस्तान का समर्थन कर रहा है लेकिन ऐसा नहीं है।

उन्होंने कहा, 'मैं आपको यह बताना चाहता हूं कि चीन का पाकिस्तान के साथ बेहतर संबंध है और ऐसा ही भारत समेत अन्य देशों के साथ भी है। फिलहाल हमारा भारत के साथ भी बेहतर संबंध है।'

और पढ़ें: आंतकियों के साथ पाकिस्तान के 'लिंक' को काटने के लिए अमेरिका बनाएगा नया प्लान