logo-image

'टूलकिट' विवाद में कांग्रेस ने ट्विटर को लिखा पत्र, 11 मंत्रियों पर की कार्रवाई की मांग

कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने ट्विटर को चिट्ठी लिखकर बीजेपी नेता संबित पात्रा की ही तरह कथित टूलकिट को शेयर करने वाले 11 केंद्रीय मंत्रियों के ट्वीट पर भी कार्रवाई करने की मांग की है.

Updated on: 25 May 2021, 04:40 PM

दिल्ली :

कोरोना वायरस (Covid19 ) को लेकर जारी कथित टूलकिट मामले में लगातार विवाद (Tool Kits Dispute) बढ़ता ही जा रहा है. इस मामले में पहले माइक्रोब्लॉगिंग साइट टि्वटर (Microblogging Site Twitter)  को नोटिस भेजने के बाद दिल्ली पुलिस की स्पेशल टीम ने उसके दफ्तर पर पहुंचकर कल छानबीन की थी. दिल्ली पुलिस की एक टीम सोमवार को ट्विटर के दिल्ली और हरियाणा स्थित दफ्तर पर पहुंची. दिल्ली पुलिस की स्पेशल टीम ने हरियाणा के गुरुग्राम और दिल्ली के लाडो सराय क्षेत्र में स्थित ट्विटर दफ्तर (Twitter India) पर पहुंचकर जांच-पड़ताल की है. टूलकिट मामले को लेकर टि्वटर पर शेयर किए गए पोस्ट्स के नीचे मैनिपुलेटेड मीडिया लिखने को लेकर पुलिस ने कार्रवाई की और टि्वटर को नोटिस भेजकर जवाब मांगा था.

अब इसके बाद कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने ट्विटर को चिट्ठी लिखकर बीजेपी नेता संबित पात्रा की ही तरह कथित टूलकिट को शेयर करने वाले 11 केंद्रीय मंत्रियों के ट्वीट पर भी कार्रवाई करने की मांग की है. कथित टूलकिट के मामले में कांग्रेस ने ट्विटर से 11 केंद्रीय मंत्रियों के ट्वीट को भी 'मैनुपुलेटिव मीडिया' (Manupulative Media Tag) का टैग देने की मांग की है. जिन केंद्रीय मंत्रियों के ट्वीट की शिकायत की गई है, उनमें गिरिराज सिंह, पीयूष गोयल, स्मृति ईरानी, रविशंकर प्रसाद, प्रह्लाद जोशी, धर्मेंद्र प्रधान, रमेश पोखरियाल निशंक, थावरचंद गहलोत, डॉ. हर्षवर्धन, मुख्तार अब्बास नकवी, गजेंद्र सिंह शेखावत शामिल हैं. इन्होंने भी वह कथित टूलकिट ट्वीट किया था, जिस पर बवाल मचा हुआ है.

दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल (Delhi Police Special Cell ) ने ट्विटर इंडिया (Twitter India ) के प्रमुख को नोटिस भेजा था, लेकिन ट्विटर इंडिया के प्रमुख का जवाब दिल्ली पुलिस को अस्पष्ट लगा था. दिल्ली पुलिस की इस हरकत को लेकर कांग्रेस ने इस मामले में केंद्र सरकार पर निशाना साधा है. कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि डरपोक भाजपा सरकार रेड राज से फ़र्ज़ी टूलकिट का सच नहीं छिपा सकती. वहीं शिवसेना ने भी तंज कसा है. शिवसेना की राज्यसभा सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने कहा कि राजनीतिक पार्टी के दफ्तर की जगह ट्विटर दफ्तर को चुना गया. वहीं अखिलेश यादव ने पुलिस की इस कार्रवाई को अलोकतांत्रिक और निंदनीय कृत्य बताया है.