कांग्रेस की बागी नेताओं को साधने की कोशिश, दिए जाएंगे महत्वपूर्ण पद
कांग्रेस में बागी नेताओं का साधने की तैयारी शुरू हो गई है. जल्द के कई प्रदेश अध्यक्ष बदले जाएंगे. कुछ नेताओं को अहम पद दिए जा सकते हैं. कांग्रेस लीडरशिप से नाराज़ चल रहे नेताओं को कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया ने मिलने के लिए बुलाया है.
नई दिल्ली:
कांग्रेस में बागी नेताओं का साधने की तैयारी शुरू हो गई है. जल्द के कई प्रदेश अध्यक्ष बदले जाएंगे. कुछ नेताओं को अहम पद दिए जा सकते हैं. कांग्रेस लीडरशिप से नाराज़ चल रहे नेताओं को कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया ने मिलने के लिए बुलाया है. कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी जल्दी ही कांग्रेस में नाराज़ चल रहे वरिष्ठ नेताओं से मुलाकात कर सकती हैं. हाल हीं में पार्टी के 23 वरिष्ठ नेताओं ने सोनिया गांधी को चिट्ठी लिखकर पार्टी में स्थाई अध्यक्ष समेत संगठन के चुनाव कर बदलाव करने की मांग की थी. सोनिया गांधी नाराज़ चल रहे नेताओं में से कुछ वरिष्ठ नेताओं से 19 तारीख को मुलाकात कर सकती हैं.
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गौरतलब है कि हाल ही में पार्टी के वरिष्ठ नेता और मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कांग्रेस अध्यक्षा से मिलकर सलाह दी थी कि उन्हें खुद इन नेताओं से मिलकर इनकी नाराज़गी दूर करनी चाहिए, क्योंकि ये सभी कोई छोटे-मोटे नेता नहीं बल्कि वरिष्ठ नेता हैं, जिनका राजनीति में बड़ा कद है. दूसरी तरह कांग्रेस ने गुजरात, मुंबई और तेलंगाना प्रदेश अध्यक्ष बदलने की तैयारी कर ली है. इसमें नाराज चल रहे कई नेताओं को महत्वपूर्ण पद दिए जा सकते हैं.
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दरअसल बिहार चुनाव के नतीजे आने के बाद कांग्रेस में अंर्तकलह बढ़ने लगी है. हाल ही में कपिल सिब्बल ने कहा देश की सबसे पुरानी राजनीतिक पार्टी डेढ़ साल से बिना अध्यक्ष के कैसा काम कर सकती है. कार्यकर्ता अपनी समस्या लेकर कहां जाएं. कपिल सिब्बल ने एक इंटरव्यू के दौरान अपनी बातें रखी, उन्होंने कहा कि राहुल गांधी ने पहले ही जता दिया है कि वह कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष नहीं बनना चाहते हैं. साथ ही कहा कि वह नहीं चाहते कि गांधी परिवार से कोई भी व्यक्ति कांग्रेस पार्टी का अध्यक्ष नियुक्त हो. सिब्बल ने चिठ्ठी को लेकर भी अपनी बात रखी, मैंने कोई विवादित टिप्पणी नहीं की है, सभी बेबुनियाद बातें हैं. उन्होंने कहा कि हमने अगस्त में लिखी थी जो कि हमारी तीसरी चिठ्ठी थी. इससे पहले गुलाम नबी जी इससे पहले दो चिट्ठियां लिख चुके थे। लेकिन फिर भी हमसे किसी ने भी बात नहीं की। इसलिए मौका मिलते ही मैंने बात की.
चिट्ठी लिखने वालों में कौन-कौन से नेता शामिल थे?
इन 23 नेताओं में गुलाम नबी आज़ाद, कपिल सिब्बल, आनंद शर्मा, मनीष तिवारी, भूपेन्द्र सिंह हुड्डा, राज बब्बर जैसे कई और नेता शामिल हैं. बिहार चुनाव के नतीजों के बाद तो इनमें से कुछ नेताओं ने तेवर और सख्त कर लिए थे और गुलाम नबी आज़ाद ने तो यहां तक कह दिया था कि कांग्रेस का संगठन निचले स्तर पर ख़त्म हो चुका है और पार्टी को 5 स्टार कल्चर की लत लग गई है.
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