कांग्रेस महिला अध्यक्ष सुष्मिता देव के तीन तलाक पर बयान को लेकर पार्टी ने यू-टर्न लिया है. पार्टी ने सफाई देते हुए कहा कि सुष्मिता के बयान को ठीक से समझा नहीं गया. कांग्रेस ट्रिपल तलाक के खिलाफ है. बता दें कि गुरूवार को कांग्रेस ने राष्ट्रीय अल्पसंख्यक सम्मेलन का आयोजन किया गया है. इस दौरान सुष्मिता देव के ऐलान किया कि अगर कांग्रेस सत्ता में आई तो तीन तलाक कानून खत्म कर दिया जाएगा. सुष्मिता देव ने कहा, 'मैं आप लोगों से वादा करती हूं कि कांग्रेस की सरकार आएगी 2019 में हम इस ट्रिपल तलाक कानून को ख़ारिज कर देंगे. यह आप लोगों से वादा है.'
केंद्र में सत्तारूढ़ मोदी सरकार ने निशाना साधा था. सुष्मिता ने कहा, 'हमने उस कानून का विरोध किया, क्योंकि यह एक हथियार है, जिसे नरेंद्र मोदी जी ने मुस्लिम पुरुषों को जेल में डालने और पुलिस थानों में खड़ा करने के लिए तैयार किया है.'
पिछले साल दिसंबर में तीन तलाक को आपराधिक श्रेणी में रखने के लिए लोकसभा में एक बिल पेश किया गया था. कानून के तहत तीन तलाक गैरकानूनी है और पति को तीन साल जेल की सजा का भी प्रावधान रखा गया है. बता दें, ये बिल लोकसभा से पास हो चुका है और अब ये राज्यसभा में लटका हुआ है.