विपक्ष में एकजुटता की कमी की अटकलों के बीच कांग्रेस ने सभी विपक्षी दलों को एक संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में साथ आने का आग्रह किया है।
कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने यह न्योता विपक्षी दलों को भेजा है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक यह संयुक्त संवाददाता सम्मेलन कांग्रेस के स्थापना दिवस 28 दिसंबर से एक दिन पहले आयोजित किया जाएगा। सोनिया गांधी भी इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में मौजूद रहेंगी।
इस संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस के जरिए कांग्रेस की कोशिश विपक्ष की एकजुटता दिखाने की है। बता दें कि संसद के शीतकालीन सत्र के आखिरी दिन राहुल गांधी के नरेंद्र मोदी से मुलाकात पर कुछ विपक्षी पार्टियों ने नाराजगी दिखाई थी। ऐसे में यह प्रेस कॉन्फ्रेंस डैमेज कंट्रोल का काम कर सकता है।
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तब विपक्ष के राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी से मुलाकात के समय लेफ्ट, समाजवादी पार्टी, बहुजन समाज पार्टी और एनसीपी ने खुद को अलग कर लिया था। तृणमूल कांग्रेस, राष्ट्रीय जनता दल और कुछ दूसरी पार्टियों ने भी राहुल गांधी के नरेंद्र मोदी से मुलाकात पर ऐतराज दिखाया था लेकिन वे कांग्रेस उपाध्यक्ष के साथ राष्ट्रपति से मिलने गए थे।
बहरहाल, 27 दिसंबर को होनी वाली संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस आगामी यूपी चुनाव के लिहाज से भी महत्वपूर्ण होगी। ऐसा कहा जा रहा है कि यूपी चुनाव को देखते हुए समाजवादी पार्टी और कांग्रेस के गठबंधन की बात लगभग पक्की हो गई है।
हालांकि, आधिकारिक तौर पर इसकी घोषणा नहीं हुई है। साथ ही यह भी साफ नहीं है कि अजीत सिंह की आरएलडी पार्टी का इस गठबंधन पर क्या रूख रहेगा।
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इन सबके बीच हालांकि यह अभी साफ नहीं हो सका है कि प्रेस कॉन्फ्रेंस में कौन-कौन सी पार्टियां हिस्सा लेंगी। गौरतलब है कि नोटबंदी के खिलाफ ममता बनर्जी 'मोदी हटाओ, देश बचाओ' तो बिहार में लालू प्रसाद यादव ने भी 28 दिसंबर को बड़ी रैली का आह्वान किया है।
HIGHLIGHTS
- राहुल गांधी के नरेंद्र मोदी से मुलाकात के बाद विपक्ष ने उठाया था सवाल
- संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस के जरिए सरकार पर कांग्रेस करेगी 'हल्ला बोल'
Source : News Nation Bureau