कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी द्वारा अपनी बहन प्रियंका गांधी को पार्टी में बड़ी जिम्मेदारी दिए जाने के बाद प्रतिक्रियाओं को दौर शुरू हो गया है. कांग्रेस के नेता जहां इसे बड़ा फैसला बता रहे हैं, वहीं बीजेपी ने इसे वंशवादी राजनीति की दिशा में एक और कदम करार दिया है. सपा ने इसे कांग्रेस का आंतरिक मामला बताया है.
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री और बीजेपी के यूपी प्रभारी जेपी नड्डा ने कहा- प्रियंका गांधी अभी आधिकारिक रूप से पार्टी की महासचिव बनी हैं, लेकिन सभी जानते हैं कि कैसे यह पारिवारिक कंपनी काम करती है. यह एक प्रकार से पहली बार परिवार की तरफ घोषणा की गई है कि राहुल गांधी फेल हो गए हैं. उन्हें बताना चाहिए कि परिवारवादी दृष्टिकोण के प्रति उनका नजरिया क्या है.
राहुल गांधी ने कहा- प्रियंका गांधी और ज्योतिरादित्य सिंधिया बहुत मजबूत नेता हैं. हम चाहते हैं कि युवा नेता उत्तर प्रदेश की राजनीति को बदलेंगे.
बीजेपी नेता संबित पात्रा बोले- यही उम्मीद थी. यह कांग्रेस की वंशवाद की राजनीति को बढ़ावा देने का एक और बड़ा सबूत है. उनके लिए परिवार ही पार्टी है, जबकि बीजेपी में पार्टी ही परिवार है का सिद्धांत चलता है. अब कांग्रेस ने मान लिया है कि राहुल गांधी फेल हो गए हैं.
कांग्रेस नेता राजीव शुक्ला ने कहा- इससे कांग्रेस न सिर्फ यूपी में बल्कि पूरे देश में मजबूत होगी. प्रियंका गांधी एक फरवरी के बाद चार्ज संभालेंगी, क्योंकि अभी वह विदेश में हैं
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मोतीलाल वोरा ने इस बारे में बताया, प्रियंका गांधी को जो जिम्मेदारी दी गई है, वह बहुत महत्वपूर्ण है. इसका प्रभाव केवल पूर्वी यूपी में होगा, ऐसा नहीं है, इसका प्रभाव पूरे उत्तर प्रदेश में पड़ेगा.
समाजवादी पार्टी के प्रवक्ता सुनील साजन ने कहा- ये उनका आंतरिक मामला है, लेकिन इससे कांग्रेस के यूपी में जो हालात है वो बदलने वाले नहीं हैं.