logo-image

कांग्रेस ने झेंपते हुए कहा- पार्टी विरोधी कामों को देख सिंधिया को निकाला

कांग्रेस ने झेंपते हुए कहा- पार्टी विरोधी कामों को देख सिंधिया को निकाला

Updated on: 10 Mar 2020, 12:51 PM

highlights

  • कांग्रेस ने कहा पार्टी विरोधी कामों पर सिंधिया को निकाला.
  • ज्योतिरादित्य सिंधिया को 'गद्दार' करार देने की मची होड़.
  • सोनिया गांधी को पत्र लिख सिंधिया ने छोड़ी कांग्रेस

नई दिल्ली:

ज्योतिरादित्य सिंधिया (Jyotiraditya Scindia) का कांग्रेस से इस्तीफा देश की सबसे पुरानी राजनीतिक पार्टी के लिए किसी झटके से कम नहीं है. सिंधिया की पीएम नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह से दो-दो मुलाकात के बाद आपात बैठक बुलाने को मजबूर हुई कांग्रेस (Congress) की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी (Sonia Gandhi) अब पार्टी छवि को पहुंचे नुकसान का डैमेज कंट्रोल करने में जुट गई हैं. संभवतः इसीलिए कांग्रेस के वरिष्ठ नेता केसी वेणुगोपाल को बयान जारी करना पड़ा है कि कांग्रेस अध्यक्ष ने ज्योतिरादित्य सिंधिया को पार्टी से निकाले जाने के फैसले पर मुहर लगा दी है. उन्होंने कहा है कि सिंधिया को पार्टी विरोधी गतिविधियों के कारण कांग्रेस से निकाला गया.

यह भी पढ़ेंः ज्योतिरादित्य सिंधिया ने पीएम मोदी से मुलाकात के बाद सोनिया गांधी को इस्तीफा दे कांग्रेस छोड़ी

सिंधिया को बताया गद्दार
इसके साथ ही सिंधिया को कोसने वाले कांग्रेस नेताओं के सुर भी सामने आने लगे हैं. कांग्रेस के कई नेताओं ने सिंधिया को 'गद्दार' बताना शुरू कर दिया है. कांग्रेस के नेशनल कोआर्डिनेटर डिजिटल कम्यूनिकेशन गौरव पांधी ने लिखा- 'गद्दार , गद्दार ही रहेगा और कोई भी तर्क विश्वासघात को सही नहीं ठहरा सकता है. समय!' कांग्रेस विधायक जीतू पटवारी ने लिखा- 'एक इतिहास बना था 1857 में झाँसी की रानी लक्ष्मीबाई की मौत से, फिर एक इतिहास बना था 1967 में संविद सरकार से और आज फिर एक इतिहास बन रहा है... - तीनों में यह कहा गया है कि हाँ हम है...'

यह भी पढ़ेंः यस बैंक के राणा कपूर से दो करोड़ रुपए लिए कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने, ईडी कर सकती है पूछताछ

कमलनाथ सरकार का संकट गहराया
माना जा रहा है कि सिंधिया मंगलवार शाम तक अपने अगले कदम को लेकर कोई बड़ी घोषणा कर सकते हैं. कांग्रेस छोड़ने का फैसला करते हैं मध्य प्रदेश की कमलनाथ सरकार पर संकट गहरा गया है. राज्य में कांग्रेस के पास 114 विधायक हैं और उसे चार निर्दलीय, बसपा के दो और समाजवादी पार्टी के एक विधायक का समर्थन हासिल है. भाजपा के 107 विधायक हैं. सियासी संकट के बीच कमलनाथ सरकार के मंत्रियों ने सोमवार रात इस्तीफा दे दिया. कांग्रेस नेताओं का कहना है कि मंत्रिमंडल का नए सिरे से गठन किया जाएगा.