logo-image

यूपी चुनाव: श्मशान और कब्रिस्तान वाले विवादित बयान पर चुनाव आयोग जाने से पीछे हटी कांग्रेस

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘कब्रिस्तान और श्मशान भूमि’ को लेकर दिए गए बयान के मामले में शिकायत किए जाने से कांग्रेस से पीछे हट गई है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता आनंद शर्मा ने कहा कि आयोग को इस मामले में खुदी ही फैसला करना चाहिए।

Updated on: 21 Feb 2017, 07:19 AM

highlights

  • मोदी के ‘कब्रिस्तान और श्मशान भूमि’ को लेकर दिए गए बयान के मामले में शिकायत किए जाने से कांग्रेस से पीछे हट गई है
  • कांग्रेस के वरिष्ठ नेता आनंद शर्मा ने कहा कि आयोग को इस मामले में खुदी ही फैसला करना चाहिए

New Delhi:

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘कब्रिस्तान और श्मशान भूमि’ को लेकर दिए गए बयान के मामले में शिकायत किए जाने से कांग्रेस से पीछे हट गई है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता आनंद शर्मा ने कहा कि आयोग को इस मामले में खुदी ही फैसला करना चाहिए।

प्रधानमंत्री मोदी ने फतेहपुर रैली में कहा था, 'गांव में अगर कब्रिस्तान बनता है तो श्मशान भी बनना चाहिए, अगर रमजान में बिजली रहती है तो दिवाली में भी बिजली आनी चाहिए।'

और पढ़ें: 'श्मशान और कब्रिस्तान' बाले बयान पर मोदी के खिलाफ चुनाव आयोग में शिकायत दर्ज कराएगी कांग्रेस

पहले कांग्रेस समेत अन्य विपक्षी दलों के पीएम के इस बयान को ध्रुवीकरण की कोशिश करार देते हुए इसकी कड़े शब्दों में निंदा करते हुए चुनाव आयोग से कार्रवाई की मांग की थी लेकिन अब कांग्रेस ने इस मामले में अपने हाथ पीछे खींच लिए हैं।

आनंद शर्मा ने भी पीएम के बयान की आलोचना करते हुए चुनाव आयोग से कार्रवाई की मांग की थी। शर्मा ने कहा था, 'चुनाव आयोग को प्रधानमंत्री के बयान का संज्ञान लेना चाहिए क्योंकि यह स्पष्ट तौर पर आयोग के दिशा-निर्देशों का उल्लंघन है।'

शर्मा ने कहा, ‘निर्वाचन आयोग को यह सोचना चाहिए कि मोदी के भाषण पर वह क्या कार्रवाई करेगा। वह कोई आम संस्थान नहीं है। उसने चुनाव से पहले चेतावनी भी दी थी कि वह इस तरह के चुनाव प्रचार की मंजूरी नहीं देगा, जो विभाजनकारी हो।’ पार्टी की कानूनी शाखा के प्रमुख के.सी. मित्तल ने कहा कि फिलहाल कांग्रेस ने आयोग जाने के फैसले को टाल दिया है।

शर्मा ने कहा, ‘निर्वाचन आयोग को यह सोचना चाहिए कि मोदी के भाषण पर वह क्या कार्रवाई करेगा। वह कोई आम संस्थान नहीं है। उसने चुनाव से पहले चेतावनी भी दी थी कि वह इस तरह के चुनाव प्रचार की मंजूरी नहीं देगा, जो विभाजनकारी हो।’

और पढ़ें: श्मशान और कब्रिस्तान के बयान पर घिरे पीएम, विपक्ष ने की आयोग से कार्रवाई की मांग

मित्तल ने कहा कि कुछ कठिनाइयों की वजह से चुनाव आयोग जाने के फैसले को रद्द कर दिया गया। उन्होंने कहा, ‘बैठक स्थगित कर दी गई है। आज यह संभव नहीं है, कुछ कठिनाइयां हैं। हम इसे बाद में देखेंगे। निर्वाचन आयोग के साथ शाम 5.30 बजे बैठक थी और इसकी पुष्टि नहीं की गई। इसके अलावा, हमारे कुछ नेता उपलब्ध नहीं थे।’

सोमवार को मित्तल ने कहा, ‘हम मोदी के विवादास्पद बयान को लेकर आज निर्वाचन आयोग जाएंगे।’

और पढ़ें: सपा-कांग्रेस गठबंधन के बाद जमने लगी राहुल-अखिलेश की केमिस्ट्री