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भारत पर चीन का वही सिद्धांत, जो रूस ने यूक्रेन पर किया लागू: राहुल गांधी

Russia Ukraine War: यूक्रेन और रूस के बीच जारी युद्ध को डेढ़ महीने से भी ज्यादा का समय हो गया है, बावजूद इसके विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है.

Updated on: 08 Apr 2022, 04:41 PM

New Delhi:

Russia Ukraine War: यूक्रेन और रूस के बीच जारी युद्ध को डेढ़ महीने से भी ज्यादा का समय हो गया है, बावजूद इसके विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है. इस बीच कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ( Rahul Gandhi ) ने रूस यूक्रेन विवाद को लेकर बड़ा बयान दिया है. राहुल गांधी ( Congress MP Rahul Gandhi ) की तुलना भारत के प्ररिप्रेक्ष्य में चीन ( China ) से की है. राहुल गांधी ने कहा कि जैसे रूस यूक्रेन को कह रहा है कि डोनबास और लुहांस्क आपका नहीं है. उसी तरह से चीन भारत को कह रहा है कि लद्दाख और अरुणाचल प्रदेश आपका नहीं है. इसलिए उन्होंने अपने फौज वहां बैठा रखी है. जो मॉडल वहां लागू हुआ है, वह यहां भी किया जा सकता है.

कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने दिल्ली में कहा कि भारत को बांटा गया है। भारत पहले एक देश हुआ करता था. अब इसमें अलग-अलग देश बना दिए गए हैं और सबको एक दूसरे से लड़ाया जा रहा है. जब यह दर्द आएगा तो हिंसा आएगी। अभी मत मानो मेरी बात. 2-3 साल रुक जाओ, फिर देख लेना. मगर सरकार सच्चाई को स्वीकार नहीं कर रही है. अगर सरकार ने सच्चाई को स्वीकार नहीं किया और तैयारियां नहीं की, तो जब मामला खराब होगा, तो आप जवाब नहीं दे पाओगे. बढ़ती महंगाई पर कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा कि भारत के मौज़ूदा आर्थिक हालात के संदर्भ में आने वाला वक़्त कैसा होगा इसका आप अंदाज़ा भी नहीं लगा सकते हैं. जो आने वाला है, वह आप ने अपनी ज़िंदगी में देखा भी नहीं होगा। इस देश को रोज़गार देने वाली रीढ़ की हड्डी(SSI यूनिट) वह टूट गई है. इन्होंने जो यह रीढ़ की हड्डी तोड़ी है, इसका नतीज़ा अगले 2-4 साल के अंदर आएगा और वह नतीज़ा बहुत भयंकर होगा.

आपको बता दें कि यूक्रेन पर रूसी हमले लगातार बढ़ते जा रहे हैं. रूस ने यूक्रेन की राजधानी कीव और एक अन्य शहर खारकीव में खूब कहर बरपाया है. हालांकि इतने दिन बाद भी इस युद्ध का कोई परिणाम नहीं निकल पाया है. यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की ने साफ कह दिया है कि जब तक उनमे जान है, वह रूसी हमलों का विरोध करें और अपने नागरिकों के साथ खड़े रहेंगे. वहीं, रूसी हमले के विरोध में अमेरिका समेत पश्चिमी देशों ने रूस पर कई तरह के प्रतिबंध लगा दिए हैं.