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कांग्रेस सांसद ने राज्यसभा में पेश किया प्रस्ताव, राष्ट्रगान में 'सिंध' शब्द को हटाकर 'उत्तर पूर्व' को जोड़ा जाय

कांग्रेस सांसद रिपुन बोरा ने राज्यसभा में एक निजी प्रस्ताव पेश कर मांग की है कि राष्ट्रगान में संशोधन कर 'सिंध' शब्द के बदले 'उत्तर पूर्व' को जोड़ा जाय।

Updated on: 16 Mar 2018, 06:25 PM

नई दिल्ली:

असम प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष और राज्यसभा सांसद रिपुन बोरा ने राज्यसभा में एक निजी प्रस्ताव पेश कर मांग की है कि राष्ट्रगान में संशोधन कर 'सिंध' शब्द को हटाकर 'उत्तर पूर्व' को जोड़ा जाय।

रिपुन बोरा ने प्रस्ताव पेश करते हुए कहा कि 'सिंध' शब्द सिंध प्रांत को वर्णित करता है जो कि अब भारत का हिस्सा न होकर पाकिस्तान का है। इसलिए इसे हटाकर भारत के महत्वपूर्ण हिस्से 'उत्तर पूर्व' को राष्ट्रगान में जोड़ा जाना चाहिए।

कांग्रेस सांसद ने राष्ट्रगान में संशोधन और उस शब्द को हटाने की मांग की है।

बोरा ने कहा, 'उत्तर-पूर्व भारत का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है, यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि यह राष्ट्रगान का हिस्सा नहीं है। इसके अलावा सिंध अब भारत का हिस्सा नहीं है, वह पाकिस्तान का है जो कि दुश्मन देश है।'

कांग्रेस सांसद के प्रस्ताव में लिखा गया है कि राष्ट्रगान में कहीं भी उत्तर-पूर्व का जिक्र नहीं है।

बोरा ने प्रस्ताव में लिखा है, '24 जनवरी, 1950 को तत्कालीन राष्ट्रपति डॉ राजेन्द्र प्रसाद ने एक बयान में कहा था कि भारत के राष्ट्रगान 'जन गण मन' के शब्दों में भारत सरकार जरूरत पड़ने पर तब्दीली कर सकती है।'

बता दें कि जन गण मन को रवींद्र नाथ टैगोर ने 1911 में लिखा था जिसे भारतीय भारतीय संविधान सभा ने 24 जनवरी 1950 को अंगीकृत कर लिया था।

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