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कांग्रेस में बड़ा फेरबदल, 23 नेता दरकिनार गुलाम नबी से महासचिव का पद छिना

चिट्ठी विवाद के बाद कांग्रेस में शुक्रवार को बड़ा संगठनात्मक फेरबदल किया गया. गुलाम नबी आजाद को महासचिव के पद हटा दिया है. वे हरियाणा राज्य के प्रभारी थे.

Updated on: 12 Sep 2020, 12:01 AM

नई दिल्‍ली:

चिट्ठी विवाद के बाद कांग्रेस में शुक्रवार को बड़ा संगठनात्मक फेरबदल किया गया. गुलाम नबी आजाद को महासचिव के पद हटा दिया है. वे हरियाणा राज्य के प्रभारी थे. इस फेरबदल में सबसे अधिक फायदा कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी के वफादार रणदीप सिंह सुरजेवाला को हुआ है. अब रणदीप सिंह सुरजेवाला कांग्रेस अध्यक्ष को सलाह देने वाली उच्च स्तरीय 6 सदस्यीय विशेष समिति का हिस्सा हैं.

इसके साथ ही रणदीप सुरजेवाला को कांग्रेस का महासचिव भी बनाया गया है. उन्हें कर्नाटक के प्रभारी पद भी नियुक्त किया गया है. मधुसूदन मिस्त्री को केंद्रीय चुनाव समिति का चीफ बनाया गया है. प्रियंका गांधी को पहले की तरह ही यूपी का प्रभारी बनाया गया है. इसके अलावा केसी वेणुगोपाल को संगठन की जिम्मेदारी सौंपी गई हैं.

जानकारी के अनुसार, कांग्रेस महासचिवों में हरीश रावत को पंजाब की, मुकुल वासनिक को मध्य प्रदेश की, ओमान चांडी को आंध्र प्रदेश की, तारीक अनवर को केरल और लक्षद्वीप की, जितेंद्र सिंह को असम की, अजय माकन को राजस्थान की जिम्मेदारी दी गई है.

साथ ही कांग्रेस ने जितिन प्रसाद को पश्चिम बंगाल, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह का भी प्रभारी बनाया है. उनके लिए संगठन में यह बड़ी उछाल मानी जा रही है.आपको बता दें कि विवादास्पद चिट्ठी पर दस्तखत करने वाले नेताओं में जितिन प्रसाद भी थे. ताजा बदलाव के बाद अब पवन कुमार बंसल सचिव प्रभारी प्रशासन होंगे. इसके अलावा ही राहुल गांधी के वफादार मनकीम टैगोर को तेलंगाना का प्रभारी सचिव बनाया गया है.