अरुणाचल प्रदेश की राजनीति में बड़ा नाटकीय मोड़ आया है। मुख्यमंत्री पेमा खांडू समेत कांग्रेस के 43 विधायकों ने पार्टी छोड़ दी है। सभी विधायक पीपल्स पार्टी ऑफ अरुणाचल में शामिल हो गए हैं। पीपीए को बीजेपी का समर्थन प्राप्त है। 60 सदस्यों वाली विधानसभा में कांग्रेस के 44 विधायक हैं, जबकि 11 विधायक बीजेपी के हैं। इनके अलावा दो निर्दलीय विधायक भी हैं।
शुक्रवार को कांग्रेस 43 विधायकों ने बीजेपी की सहयोगी पीपीए का दामन थाम लिया। कांग्रेस में अब केवल पूर्व मुख्यमंत्री नबाम तुकी ही बचे हैं, जिससे कांग्रेस सरकार पर एक बार फिर संकट के बादल मंडराने लगे हैं। बागियों में अरुणाचल के वर्तमान मुख्यमंत्री पेमा खांडू भी शामिल हैं। पेमा खांडू पूर्व मुख्यमंत्री दिवंगत दोरजी खांडू के बेटे हैं।
कांग्रेस में पहली बगावत नवंबर, 2015 में हुई थी। तभी से वहां राजनीतिक उथलपुथल का दौर जारी है। उस समय नबाम तुकी के नेतृत्व वाली कांग्रेस की सरकार गिर गई थी और कालिको पुल की अगुवाई में नई सरकार बनी थी, जिसे बीजेपी के 11 विधायकों ने समर्थन दिया था। जिसके बाद सुप्रीम कोर्ट ने कांग्रेस को फिर से सरकार बहाल करने का मौका दिया था।
Source : News Nation Bureau