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राहुल की भारत जोड़ो यात्रा को झटकाः ये तर्क देकर कांग्रेस के सिपहसालारों ने डाले हथियार

अपनी खोई हुई सियासी जमीन को फिर पाने के लिए कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी कन्याकुमारी से कश्मीर तक भारत जोड़ों यात्रा की तैयारी में जुट गए हैं.

Updated on: 21 May 2022, 11:14 AM

highlights

  • भारत जोड़ो यात्रा में 35 किलोमीटर प्रतिदिन पैदल यात्रा पर अड़े राहुल
  • कांग्रेस के रणनीतिकार बोले, आप जितने फिट नहीं हैं ज्यादातर नेता
  • आजादी के बाद से कांग्रेस का यह पहला अखिल भारतीय मार्च होगा 

नई दिल्ली:

अपनी खोई हुई सियासी जमीन को फिर पाने के लिए कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी (Rahul Gandhi) कन्याकुमारी से कश्मीर तक भारत जोड़ों यात्रा की तैयारी में जुट गए हैं. वे गांधी जयंती (Gandhi Jayanti) यानी 2 अक्टूबर से कश्मीर से कन्याकुमारी तक ‘भारत जोड़ो यात्रा’ शुरू करेंगे. इस अखिल भारतीय पद यात्रा की योजना बनानी शुरू हो गई है और एक दिन में कितनी दूरी कवर होगी, इसमें पदयात्रा कितनी दूर की होगी, गाड़ी से कितना दूर चलना होगा, जैसे कई मुद्दों पर विस्तार से चर्चा की जा रही है. इस बीच यात्रा के दौरान प्रति पैदल यात्रा को लेकर पार्टी के नेता हथियार डालते नजर आ रहे है.

कांग्रेस से जुड़े एक वरिष्ठ नेता ने नाम नहीं छापने की शर्त पर एक समाचार समूह से बताया कि राहुल गांधी प्रतिदिन 10 किमी पैदल मार्च को बहुत कम बताकर खारिज कर रहे हैं. उनके मुताबिक राहुल गांधी रोजाना 35 किलोमीटर की यात्रा करने की इच्छा जाहिर की है. इस पर पार्टी के एक वरिष्ठ रणनीतिकार ने राहुल को समझाने की कोशिश की है कि हममें से अधिकांश लोग उतने फिट नहीं हैं, जितने कि वह हैं. लिहाजा, राहुल गांधी को प्रतिदिन कम दूरी का प्लान बनाने के लिए राजी किया जा रहा है. गौरतलब है कि आजादी के बाद से कांग्रेस का यह पहला अखिल भारतीय मार्च होगा. 

इसलिए पद यात्रा पर निकलेंगे राहुल गांधी
हाल ही में राजस्थान के उदयपुर में संपन्न हुए ‘नव संकल्प शिविर’ ने कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने माना था कांग्रेस का जनता से कनेक्शन टूट गया है. इसके साथ ही उन्होंने कहा था कि लोग कांग्रेस को एक उम्मीद के तौर पर देख रहे हैं. लिहाजा, उन्होंने जनता से जुड़ने की कवायद के तहत भारत जोड़ों यात्रा पर निकलने का ऐलान किया था. इसके साथ ही बताया गया था कि इस यात्रा के दौरान सामाजिक समरसता के बंधनों को मजबूत करने का काम किया जाएगा. देश में हिंदू मुसलमान की राजनीति से जो नुकसान हुआ है, उसकी भरपाई के हमारे संविधान के मूलभूत मूल्यों को संरक्षित करने के लिए यह यात्रा की जएगी. राहुल गांधी ने मौजूदा सरकार पर आरोप लगाया था कि हमारे संविधान के मूलभूत मूल्यों पर हमले के खिलाफ आवाज उठाने के साथ ही हमारे करोड़ों लोगों की दिन-प्रतिदिन की चिंताओं को समझने, उनके मुद्दों को उठाने के लिए यह यात्रा निकाली जाएगी. 

प्रतिदिन यात्रा की सीमा पर नहीं बनी बात

मीडिया में आई खबरों के मुताबिक, कांग्रेस पार्टी की योजना कश्मीर से कन्याकुमारी तक 3,500 किलोमीटर लंबी यात्रा को 5 से 6 महीने में पूरा करने की है. ‘भारत जोड़ो यात्रा’ की रूपरेखा तय करने वाली कमेटी में शामिल 2 वरिष्ठ नेताओं के मुताबिक, कांग्रेस पार्टी के एक महासचिव का प्रारंभिक प्रस्ताव में प्रतिदिन 10 KM पैदल यात्रा का था, जिसे राहुल गांधी ने नकार दिया. कांग्रेस से जुड़े एक वरिष्ठ नेता ने नाम नहीं छापने की शर्त पर कहा कि राहुल गांधी प्रतिदिन 10 किमी पैदल मार्च को बहुत कम मान रहे हैं. उनकी इच्छा प्रतिदिन 35 किलोमीटर की दूरी तय करने की है, लेकिन इससे पार्टी के रणनीतिकार सहमत नहीं हुए. पार्टी के एक वरिष्ठ रणनीतिकार ने राहुल को समझाने की कोशिश की कि हममें से ज्यादातर लोग उतने फिट नहीं हैं, जितने कि आप हैं. लिहाजा, रोजाना पदयात्रा की सीमा हमें उसी आधार पर तय करनी चाहिए. 

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प्रतिदिन 10-20 किलोमीटर की होगी पदयात्रा
कांग्रेस नेता ने कहा कि अभी तक की योजना के मुताबिक ‘भारत जोड़ो यात्रा’ के दौरान प्रतिदिन 10-20 KM की दूरी तय करने की है. हालांकि, प्रस्तावित यात्रा का मार्ग अब भी तैयार ही किया जा रहा है, लेकिन कांग्रेस की योजना इस यात्रा के दौरान ज्यादा से ज्यादा राज्यों को छूने की है. उन्होंने बताया कि इस यात्रा के कन्याकुमारी से शुरू होने की ज्यादा उम्मीद की जा रही है. यात्रा में गाड़ियों के अलावा पद यात्रा भी होगी. लोगों तक पार्टी का संदेश भेजने के लिए यात्रा के रास्ते में कई छोटे पड़ाव बनाए जाएंगे. इस दौरान रैलियां और कई अन्य कार्यक्रम भी प्रस्तावित हैं. एक अन्य वरिष्ठ कांग्रेसी ने कहा कि यात्रा कश्मीर घाटी तक पहुंचेगी, लेकिन सुरक्षा चिंताओं के कारण यह श्रीनगर नहीं जाएगी.