इस साल के अंत तक राहुल गांधी पार्टी का अध्यक्ष पद संभाल सकते हैं। सोमवार को कांग्रेस कार्य समिति की बैठक में पार्टी नेताओं ने एक बार फिर राहुल गांधी से पार्टी की कमान संभालने की मांग की। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ए के एंटनी ने इस प्रस्ताव को रखा जिसका समर्थन समिति के दूसरे सदस्यों ने किया।
ए के एंटोनी ने कहा, 'राहुल गांधी के लिये ये सही समय है कि वो पार्टी का नेतृत्व करें।'
सोमवार को कांग्रेस के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ है कि कार्य समिति की बैठक में अध्यक्ष अनुपस्थित रहीं। पिछली बार जब सोनिया गांधी ने अपनी अनुपस्थिति में एक कमिटी ऑफ एल्डर्स गठित की थी। कार्य समिति ने सोनिया गांधी का कार्यकाल एक साल के लिये बढ़ा दिया है। दरअसल संगठन के चुनाव होने हैं लेकिन चुनावों और सोनिया गांधी के स्वास्थ्य के कारण ये चुनाव नहीं हो पा रहे हैं।
पार्टी में इस बात को लेकर भी चर्चा थी कि संगठन के चुनाव के दौरान ही पार्टी की बागडोर राहुल को सौंपी जाए। हालांकि पार्टी के वरिष्ठ नेताओं का कहना है कि संगठन के चुनाव महत्वपूर्ण हैं लेकिन फिलहाल राहुल गांधी को अध्यक्ष बनाने के लिये चुनाव या कार्य समिति की ज़रूरत नहीं है।
कार्य समिति की अध्यक्षता करने के पीछे एक कारण यह भी है कि चुनाव से संबंधित फैसलों में राहुल की छाप दिखाई दे। राहुल के नेतृत्व को लेकर विपक्ष के साथ-साथ कांग्रेस में भी सवाल उठते रहे हैं। ऐसे में राहुल को कार्य समिति की अध्यक्षता करने की जिम्मेदारी देकर पार्टी कांग्रेस के नेताओं और कार्यकर्ताओं में भी संदेश देना चाहती है।
राजनीतिक हलकों में ऐसा भी माना जा रहा है कि चुनावों में राहुल गांधी पार्टी का चेहरा हैं, और पार्टी की कार्य समिति की अध्यक्षता करने के फैसले के पीछे राजनीतिक कारण भी हैं। कार्य समिति में चुनाव के साथ-साथ संसद के सत्र के में पार्टी की रणनीति पर भी चर्चा की जानी थी। जाहिर है कि राहुल के फैसले का असर इन दोनों जगहों पर दिखेगा।
Source : News Nation Bureau