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कृषि कानून के खिलाफ रैली निकालने पर कांग्रेस नेताओं की गिरफ्तारी

उन्होंने प्रदर्शन की इजाजत मांगी थी लेकिन उससे इनकार कर दिया गया था. इतना ही नहीं, कोविड-19 संबंधी नियम भी लागू हैं. हमनें उन्हें प्रदर्शन स्थल पर गिरफ्तार किया और बाद में जरूरी औपचारिकताएं पूरी करने के बाद सभी नेताओं को जमानत पर छोड़ दिया. 

Updated on: 07 Nov 2020, 07:16 PM

नई दिल्ली:

केंद्र के कृषि कानूनों के विरोध में शनिवार को प्रदर्शन कर रहे कांग्रेस के महासचिव जितेंद्र सिंह और सांसदों व विधायकों समेत करीब 100 पार्टी नेताओं को दारांग जिले से गिरफ्तार कर लिया गया. दारांग के पुलिस अधीक्षक (एसपी) अमृत भूयन ने मीडिया से बातचीत में बताया कि जिला मुख्यालय में लागू निषेधाज्ञा का उल्लंघन करने पर करीब 100 नेताओं को गिरफ्तार किया गया है.

उन्होंने कहा, उन्होंने प्रदर्शन की इजाजत मांगी थी लेकिन उससे इनकार कर दिया गया था. इतना ही नहीं, कोविड-19 संबंधी नियम भी लागू हैं. हमनें उन्हें प्रदर्शन स्थल पर गिरफ्तार किया और बाद में जरूरी औपचारिकताएं पूरी करने के बाद सभी नेताओं को जमानत पर छोड़ दिया. 

सिंह के साथ, राज्य सभा सदस्य रिपुन बोरा और रानी नाराह, लोकसभा सांसद गौरव गोगोई और विधायक नंदिता दास, रकीबुद्दीन अहमद, अब्दुल कलाम रशीद आलम, रकीबुल हुसैन, जाकिर हुसैन सिकदर, नुरूल हुदा और कई अन्य वरिष्ठ नेताओं को भी पुलिस द्वारा किसान ट्रैक्टर रैली से गिरफ्तार किया गया. 

अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के असम प्रभारी सिंह ने गिरफ्तारी के दौरान कहा, यह किसान विरोधी सरकार है. भले ही वे हमें गिरफ्तार करें, हम किसानों को फायदे के लिये प्रदर्शन और लड़ाई जारी रखेंगे. कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं और उनके समर्थकों ने वार्ड संख्या 2 स्थित राजीव भवन परिसर से उपायुक्त कार्यालय की तरफ मार्च निकाला और पुलिस द्वारा एनएच-15 पर लगाए गए बैरीकेड को पार करने की कोशिश की. दारांग जिला प्रशासन ने शुक्रवार को दारांग कांग्रेस कमेटी के किसान ट्रैक्टर रैली के आयोजन के आवेदन को धारा 144 के लागू होने का हवाला देकर खारिज कर दिया था.