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मल्लिकार्जुन खड़गे बोले- विपक्ष को सदन में बोलने के लिए मिलता है कम समय

लोकसभा में कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि गोरक्षकों द्वारा की जा रही हत्या पर पीएम बाहर बोलते हैं लेकिन सदन के अंदर क्यों नहीं बोलते।

Updated on: 26 Jul 2017, 02:44 PM

नई दिल्ली:

मानसून सत्र के आठवें दिन एक बार फिर दोनों सदनों में हंगामा देखने को मिला। विपक्ष ने आरोप लगाते हुए कहा कि विपक्ष के साथ पक्षपातपूर्ण रवैया अपनाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि बीजेपी के लोगों को सदन में बोलने के लिए ज़्यादा वक़्त दिया जाता है। जबकि हमलोगों को कम समय दिया जाता है। ये कौन सा तरीका है सदन चलाने का।

लोकसभा में कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा, 'हमने लींचिंग के ख़िलाफ़ चर्चा के लिए सदन में स्थगन प्रस्ताव दिया था। लेकिन हमें कहा गया कि ये रुल्स के मुताबिक नहीं है।' उन्होंने कहा कि हमारे 6 सदस्यों को निकालने के लिये रूल लगाया जा सकता है लेकिन चर्चा के लिये नही। ये दुखद है।

खड़गे ने कहा कि गोरक्षकों द्वारा की जा रही हत्या पर पीएम बाहर बोलते हैं लेकिन सदन के अंदर क्यों नहीं बोलते।

आगे उन्होंने कहा, '125 करोड़ जनता को रिप्रसेन्ट करने वाले इस सदन में अगर चर्चा नही होगी तो कहां होगी? हम किसी भी फॉर्म में चर्चा के लिए तैयार थे। लेकिन ऐसा नहीं हुआ।'

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मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि अनुराग ठाकुर वीडियो बना रहे थे उन्हें माफ किया जाता है लेकिन जो लोग जनता की आवाज उठाते है उन्हें डराने दबाने की कोशिश है। ये तानाशाही रवैया है।

दरअसल भीड़ द्वारा लोगों की पीट-पीटकर की गई हत्या की हालिया घटनाओं पर सदन में बहस के दौरान हंगामे के बीच अनुराग कथित तौर पर वीडियो रिकॉर्डिंग कर रहे थे। लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन को लिखे पत्र में सदन में कांग्रेस के सचेतक के सी वेणुगोपाल ने कहा कि सदन की कार्यवाहियों की वीडियो रिकॉर्डिंग नियमों के तहत प्रतिबंधित है।

वेणुगोपाल ने कहा कि हम सदन की कार्यवाहियों की गरिमा के संरक्षण के लिए तत्काल कार्रवाई का अनुरोध करते हैं। भाजपा के अपने प्रचंड बहुमत का इस्तेमाल करने पर कांग्रेस जन महत्व के मुद्दों को उठाने से नहीं रूकने वाली।

कांग्रेस सांसद सुष्मिता देव और आम आदमी पार्टी के सांसद भगवंत मान ने भी मामले का जिक्र किया और अनुराग के खिलाफ तत्काल कार्रवाई की मांग की।

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