बिहार: किशनगंज में फर्जी आधार कार्ड बनाने वाले गिरोह का भंडाफोड़, एक गिरफ्तार
महाराष्ट्र चुनाव पर राहुल गांधी का मैच फिक्सिंग आरोप बिल्कुल सही : उदित राज
चीन और यूरोपीय संघ के अधिकारियों ने व्यापार की चुनौतियों पर की चर्चा
Andre Russell-Virat Kohli: 'आपको मिलती है मोटी रकम', विराट कोहली के किस बयान पर अब आंद्रे रसेल ने कसा है तंज?
DpBOSS Satta King Result : आज इन लोगों पर बसरी शनिदेव की कृपा, बैठे बिठाए मालामाल हो गए लोग
IND vs ENG: इंग्लैंड में यशस्वी जायसवाल के साथ हुई बेईमानी? युवा खिलाड़ी ने मैदान पर खोया आपा
देश के हर परिवार तक एलपीजी सिलेंडर बुकिंग के चंद घंटों में घर तक हो रहा डिलीवर: हरदीप पुरी
हम चीन के विकास में योगदान देना चाहते हैं : सीमेंस एजी के बोर्ड के अध्यक्ष
बेलन को साफ करने से लेकर कपड़े से ऑयल के दाग निकालने के लिए अपनाएं ये टिप्स, नहीं होगी कोई परेशानी

CAA लागू करने से कोई राज्य इनकार नहीं कर सकता, ऐसा करना असंवैधानिक: कपिल सिब्बल

कांग्रेस नेता कपिल सिब्बल ने शनिवार को कहा कि संसद से पारित हो चुके नागरिकता संशोधन कानून (CAA) को लागू करने से कोई राज्य किसी भी तरह से इनकार नहीं कर सकता और ऐसा करना असंवैधानिक होगा.

author-image
Deepak Pandey
एडिट
New Update
Kapil Sibal

कांग्रेस नेता कपिल सिब्बल( Photo Credit : न्यूज स्टेट)

कांग्रेस नेता कपिल सिब्बल ने शनिवार को कहा कि संसद से पारित हो चुके नागरिकता संशोधन कानून (CAA) को लागू करने से कोई राज्य किसी भी तरह से इनकार नहीं कर सकता और ऐसा करना असंवैधानिक होगा. पूर्व कानून एवं न्याय मंत्री ने केरल साहित्य उत्सव के तीसरे दिन कहा कि जब सीएए पारित हो चुका है तो कोई भी राज्य यह नहीं कह सकता कि मैं उसे लागू नहीं करूंगा. यह संभव नहीं है और असंवैधानिक है.

Advertisment

यह भी पढ़ेंःनिर्भया के गुनहगारों को 'गरुड़ पुराण' सुनाने के लिए तिहाड़ जेल प्रशासन से मांगी अनुमति तो...

उन्होंने आगे कहा कि आप उसका (CAA) विरोध कर सकते हैं, विधानसभा में प्रस्ताव पारित कर सकते हैं और केंद्र सरकार से (कानून) वापस लेने की मांग कर सकते हैं, लेकिन संवैधानिक रूप से यह कहना कि मैं इसे लागू नहीं करूंगा, अधिक समस्याएं पैदा कर सकता है. केरल सरकार ने इस सप्ताह की शुरुआत में सीएए के खिलाफ उच्चतम न्यायालय का रुख किया था. केरल, राजस्थान, मध्यप्रदेश, पश्चिम बंगाल और महाराष्ट्र सहित कई राज्यों ने सीएए के साथ ही राष्ट्रीय नागरिक पंजी (एनआरसी) और राष्ट्रीय जनसंख्या पंजी (एनपीआर) का विरोध किया है.

वरिष्ठ वकील और नेता ने समझाया कि जब राज्य यह कहते हैं कि वह सीएए को लागू नहीं करेंगे तो उनका क्या मंतव्य होता है और वह ऐसा कैसे करेंगे. उन्होंने कहा कि राज्यों का कहना है कि वे राज्य के अधिकारियों को भारत संघ के साथ सहयोग नहीं करने देंगे. उन्होंने कहा कि एनआरसी, एनपीआर पर आधारित है और एनपीआर को स्थानीय रजिस्ट्रार लागू करेंगे. अब गणना जिस समुदाय में होनी है वहां से स्थानीय रजिस्ट्रार नियुक्त किए जाने हैं और वे राज्य स्तर के अधिकारी होंगे.

यह भी पढ़ेंःजम्मू-कश्मीर पहुंचे केंद्रीय मंत्री बोले- आर्टिकल-370 पर परमात्मा को भी था PM मोदी का इंतजार

कपिल सिब्बल ने कहा कि व्यावहारिक तौर पर ऐसा कैसे संभव है, यह उन्हें नहीं पता लेकिन संवैधानिक रूप से किसी राज्य सरकार द्वारा यह कहना बहुत कठिन है कि वह संसद द्वारा पारित कानून लागू नहीं करेगी. सीएए के विरोध में राष्ट्रव्यापी आंदोलन को ‘नेता’ और ‘भारत के लोगों’ के बीच लड़ाई करार देते हुए 71 वर्षीय नेता ने कहा कि भगवान का शुक्र है कि देश के ‘छात्र, गरीब और मध्य वर्ग’ आंदोलन को आगे ले जा रहे हैं, न कि कोई राजनीतिक दल.

Source : Bhasha

Kapil Sibal Congress Leader caa protest in delhi caa
      
Advertisment