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कश्मीर पर प्रतिबंध को लेकर कांग्रेस नेता आजाद ने SC का दरवाजा खटखटाया, इसके पीछे की बताई ये वजह

जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री व वरिष्ठ कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद ने कश्मीर मुद्दे को लेकर सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की है.

Updated on: 16 Sep 2019, 06:31 AM

नई दिल्ली:

जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री व वरिष्ठ कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद ने कश्मीर मुद्दे को लेकर सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की है. इस याचिका पर अन्य याचिकाओं के साथ प्रधान न्यायाधीश रंजन गोगोई की अध्यक्षता वाली पीठ सोमवार को सुनवाई करेगी. इन याचिकाओं में मार्क्‍सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के महासचिव सीताराम येचुरी की भी याचिका है. येचुरी ने अपनी पार्टी के सहयोगी मोहम्मद यूसुफ तारिगामी की नजरबंदी को चुनौती दी है.

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सुप्रीम कोर्ट में आर्टिकल 370 पर दायर याचिका को लेकर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद ने कहा, यह याचिका एक निवासी और जम्मू-कश्मीर से संसद के सदस्य होने के नाते मेरी व्यक्तिगत क्षमता है. मैं मानवीय आधार पर उन लाखों लोगों की दुर्दशा जानना चाहूंगा कि कहीं इसका कोई राजनीति से लेना-देना तो नहीं है.

अनुच्छेद 370 को रद्द किए जाने के बाद अदालत विभिन्न मुद्दों से जुड़ी दूसरी याचिकाओं पर भी सुनवाई करेगी. ये याचिकाएं कई मुद्दों से जुड़ी हैं, जिसमें जम्मू-कश्मीर में आवागम में छूट की मांग भी शामिल है. सज्जाद लोन की अगुवाई वाली जम्मू एवं कश्मीर पीपुल्स कांफ्रेंस ने जम्मू एवं कश्मीर (पुनर्गठन) अधिनियम 2019 के जरिए अनुच्छेद 370 को रद्द करने को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी है.

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इसके अलावा मारुमालरची द्रविड़ मुनेत्र कड़गम पार्टी (एमडीएमके) के महासचिव वाइको ने सुप्रीम कोर्ट में एक बंदी प्रत्यक्षीकरण याचिका दायर की है. यह याचिका जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला को प्रस्तुत करने के लिए दायर की गई है. कश्मीर टाइम्स की संपादक अनुराधा भसीन ने मीडिया के आवागमन के लिए छूट देने की मांग करते हुए याचिका दाखिल की है.