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ॐ से योग नहीं होगा और शक्तिशाली, न अल्लाह... सिंघवी के ट्वीट पर विवाद

ट्वीट में सिंघवी ने ॐ और अल्लाह का जिक्र कर योग को धर्मों में बांटने की कोशिश की है. इस पर योग गुरु बाबा रामदेव ने तीखा हमला बोला.

Updated on: 21 Jun 2021, 11:06 AM

highlights

  • कांग्रेस नेता ने ॐ-अल्लाह का नाम ले छेड़ा विवाद
  • योग को धर्म के नाम पर बांटने से राजनीति शुरू
  • योग गुरु बाबा रामदेव ने मांगी सन्मति की दुआ

नई दिल्ली:

पूरी दुनिया सोमवार को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मना रही है. यह अलग बात है कि खांटी कांग्रेसी अभिषेक मनु सिंघवी के एक ट्वीट से इस पर बड़ा विवाद खड़ा हो गया है. इस ट्वीट में सिंघवी ने ॐ और अल्लाह का जिक्र कर योग को धर्मों में बांटने की कोशिश की है. इस पर योग गुरु बाबा रामदेव ने तीखा हमला बोलते हुए कहा कि सबको सन्मति दे भगवान. गौरतलब है कि सोमवार को योग दिवस के अवसर पर सुबह साढ़े छह बजे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्र के नाम संबोधन किया. इसके बाद ही अभिषेक मनु सिंघवी के ट्वीट से बखेड़ा खड़ा हो गया.

बाबा रामदेव ने दी तीखी प्रतिक्रिया
अभिषेक मनु सिंघवी ने ट्वीट कर कहा, ॐ के उच्चारण से ना तो योग ज्यादा शक्तिशाली हो जाएगा और ना अल्लाह कहने से योग की शक्ति कम होगी. इस ट्वीट के सामने आते ही योग को धर्म के खांचे में बांटने पर बयानबाजी शुरू हो गई.योग गुरु रामदेव ने इस ट्वीट पर प्रतिक्रिया भी दी. उन्होंने कहा ‘ईश्वर-अल्लाह तेरो नाम, सबको सन्मति दे भगवान’. अल्लाह, भगवान, खुदा सब एक ही है, ऐसे में ॐ बोलने में दिक्कत क्या है. लेकिन, हम किसी को खुदा बोलने से मना नहीं कर रहे हैं. रामदेव बोले कि इन सभी को भी योग करना चाहिए, फिर इन सभी को एक ही परमात्मा दिखेगा. 

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अश्वत्थामा हतो से खड़ा किया था विवाद
अपने बयानों से अक्सर विवादों को जन्म देने वाले अभिषेक मनु सिंघवी ने लगभग हफ्ते भर पहले सुप्रीम कोर्ट में अश्वत्थामा हतो कह कर सर्वोच्च अदालत के भीतर माहौल गर्मा दिया था. सुप्रीम कोर्ट में एक मामले की सुनवाई के दौरान जब एडवोकेट अभिषेक मनु सिंघवी ने सुनवाई टालने का विरोध करते हुए कहा कि वह सुप्रीम कोर्ट को 'अश्वत्थामा हतो' की पूरी तस्वीर पेश करना चाहते हैं तब पूर्व सॉलिसिटर जनरल रंजीत कुमार ने कहा कि सिंघवी भ्रम पैदा करने वाला बयान दे रहे हैं. वह हमेशा प्रेस में भी इसी तरह से रोज बात करते हैं और गुमराह करते हैं. इस दौरान सुप्रीम कोर्ट ने पूर्व सॉलिसिटर जनरल रंजीत कुमार को रोका और कहा कि हमें इस बात से कोई सरोकार नहीं है कि प्रेस में क्या बयान दिया जाता है. अदालत से बाहर क्या हो रहा है उसे अदालत में न लाएं. दोनों वकीलों के बीच तल्ख टिप्पणी का दौर तब थम गया जब सुप्रीम कोर्ट ने सुनवाई टाल दी.