बुधवार को कांग्रेस के आयोजित इफ्तार पार्टी में राहुल गांधी और पूर्व राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी के बीच निकटता देखकर ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहाद-उल मुस्लिमीन (AIMIM) प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने इसे पाखंड करार दिया है।
उन्होंने सोशल मीडिया ट्विटर के जरिए कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा, 'यह पाखंड की पराकाष्ठा है। मुस्लिमों को सशक्त बनाने में कांग्रेस की दिलचस्पी ही नहीं है। वो प्रणव मुखर्जी को इफ्तार पार्टी में बुलाकर और राहुल गांधी के पास बिठाकर अपनी तरफ से हिंदू वोट पाने की हर संभव कोशिश कर रहे हैं। इससे संदेश पूरी तरह साफ है।'
गौरतलब है कि ओवैसी इस ट्वीट के जरिए मुस्लिम समुदाय को शायद यह संदेश देना चाह रहे हैं कि कांग्रेस को प्रणव मुखर्जी के राष्ट्रीय स्वंय सेवक संघ (आरएसएस) के कार्यक्रम में जाने से अब कोई दिक्कत नहीं है और उन्होंने भी आरएसएस की विचारधारा को मान लिया है।
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खास बात यह है कि संघ के कार्यक्रम में प्रणव मुखर्जी के जाने के फैसला का कांग्रेस ने खुलकर विरोध किया था। चिंदबरम से लेकर खुद पूर्व राष्ट्रपति की बेटी शर्मिष्ठा मुखर्जी ने पिता को वहां नहीं जाने की सलाह दी थी और कहा था कि बीजेपी कार्यक्रम में लिए गए फोटो को चुनाव में भुनाएगी।
हालांकि तमाम आलोचना के बाद भी प्रणव मुखर्जी ने जाने से पहले कहा था कि वो सभी का जवाब संघ के मंच से ही देंगे। प्रणव मुखर्जी ने कार्यक्रम के दौरान मंच से सभी को राष्ट्रवाद और देश की संस्कृति का पाठ पढ़ाया था।
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Source : News Nation Bureau