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सचिन पायलट से सुलह की कोशिश में कांग्रेस आलाकमान, सोनिया गांधी लेंगी अंतिम फैसला

राजस्थान सरकार को गिराने की साजिश रचने और विधायकों की खरीद-फरोख्त के आरोपों से घिरे पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट ने यू-टर्न लेते हुए एक बार फिर कांग्रेस आलाकामान से संपर्क साधा है.

Updated on: 10 Aug 2020, 04:46 PM

नई दिल्ली:

राजस्थान सरकार को गिराने की साजिश रचने और विधायकों की खरीद-फरोख्त के आरोपों से घिरे पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट ने यू-टर्न लेते हुए एक बार फिर कांग्रेस आलाकामान से संपर्क साधा है. गहलोत सरकार की ओर दर्ज राजद्रोह की केस फाइल एसओजी की ओर से बंद किए जाने को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के किसी बड़े गेम प्लान की अटकलों के बाद अब पायलट ने नया दांव खेले है.

पायलट ने अब राहुल गांधी से मिलने का समय मांगा है. सूत्रों के मुताबिक कांग्रेस से बागी हुए 18 विधायकों के साथ पायलट ने मिलने का समय मांगा. लेकिन उन्हें राहुल गांधी की ओर से कोई पॉजिटिव रिस्पॉन्स नहीं मिला है. बताया जा रहा है कि पायलट को अभी मिलने का समय नहीं मिला है.

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सूत्रों की मानें तो कांग्रेस की ओर से भी पायलट को मनाने की कोशिश हुई है. पायलट कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल के संपर्क में हैं. इसी कड़ी के जरिए पायलट गुट राहुल गांधी से मिलने जा रहा है.

कांग्रेस के सूत्रों ने कहा है कि पार्टी के अनुभवी नेता अहमद पटेल उस मुद्दे को सुलझाने के लिए काम कर रहे हैं, जिसने पायलट खेमे की बगावत से राज्य में अशोक गहलोत सरकार का अस्तित्व को खतरे में पड़ गया था.

कांग्रेस ने इस वाकये के बाद पायलट को उपमुख्यमंत्री और राजस्थान कांग्रेस अध्यक्ष पद से बर्खास्त कर दिया था.

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रविवार की रात जैसलमेर के एक होटल में ठहरे गहलोत खेमे के कांग्रेस विधायकों की बैठक में विद्रोहियों को पार्टी में वापस लेने को लेकर मिश्रित विचार सामने आए. कुछ विधायकों ने बागी खेमे के नेताओं को वापस लेने के लिए कहा, वहीं कुछ इसके पक्ष में नहीं थे.

इस बीच राज्य के नेताओं की दिल्ली में चल रही सुगबुगाहट पर भी पैनी नजर है.

कांग्रेस के एक वरिष्ठ कार्यकर्ता ने आईएएनएस से पुष्टि की है कि राजस्थान के कुछ मंत्रियों को पायलट और उनके वफादार विधायकों को फिर से पार्टी से जोड़ने को लेकर बैठक करने के संकेत मिले थे.