logo-image

हाय रे दिन! कांग्रेस की तिजोरी खाली, स्‍टाफ को वेतन देने के भी लाले पड़े

कांग्रेस की आनुषांगिक ईकाई कांग्रेस सेवादल के खर्च में भी कटौती की गई है. पार्टी पहले सेवादल को ढाई लाख रुपये प्रति माह देती थी, जिसे अब केवल 2 लाख कर दिया गया है.

Updated on: 13 Jul 2019, 01:18 PM

नई दिल्‍ली:

कांग्रेस के क्‍या दिन आ गए हैं. तिजोरी लगभग खाली हो चुकी है. नौबत यहां तक पहुंच गई है कि स्‍टाफ को वेतन देने के भी लाले पड़ गए हैं. एक समय था, जब देश में कांग्रेस ही कांग्रेस थी और अब याद करना पड़ता है कि किस राज्‍य में कांग्रेस की सरकार है. कांग्रेस अभी नेतृत्‍वविहीन है. राहुल गांधी के अध्‍यक्ष पद से इस्‍तीफा दिए एक माह से अधिक गुजर गए, लेकिन पार्टी नया अध्‍यक्ष नहीं चुन पा रही है. कई वरिष्‍ठ नेता अपना पद छोड़ चुके हैं. कई राज्‍यों में कार्यकारिणी प्रभावहीन हो चुकी है.

यह भी पढ़ें: झारखंड के स्वास्थ्य मंत्री का पैसे लेते हुए Video वायरल, सुनिए क्या कह रहे हैं मंत्रीजी

सूत्रों का कहना है कि कांग्रेस की आनुषांगिक ईकाई कांग्रेस सेवादल के खर्च में भी कटौती की गई है. पार्टी पहले सेवादल को ढाई लाख रुपये प्रति माह देती थी, जिसे अब केवल 2 लाख कर दिया गया है. साथ ही नेशनल स्टूडेंट्स यूनियन ऑफ इंडिया (एनएसयूआई), महिला कांग्रेस और यूथ कांग्रेस को भी अपना खर्च कम करने को कहा गया है.

सूत्र तो यह भी बता रहे हैं कि कांग्रेस मुख्यालय में काम रहे कर्मचारियों को लोकसभा चुनाव में मिली हार के बाद अब तक वेतन नहीं मिला है. केवल कांग्रेस के मुख्‍य संगठन के कर्मचारियों को ही वक्‍त पर वेतन मिला. पार्टी के सोशल मीडिया विभाग के 55 कर्मचारियों में अब महज 35 ही बच गए हैं. उनको भी देर से सैलरी मिली है.

यह भी पढ़ें : महेंद्र सिंह धोनी के पाकिस्तानी फैन चाचा बशीर को आया हार्ट अटैक, माही से की संन्यास न लेने की अपील

राहुल गांधी के अध्‍यक्ष पद से इस्‍तीफा देने के बाद कांग्रेस में अब कार्यवाहक अध्‍यक्ष बनाए जाने को लेकर मंथन चल रहा है. सोनिया गांधी से इस बाबत अनुरोध भी किया गया था पर उन्‍होंने स्‍वास्‍थ्‍य कारणों से इनकार कर दिया. पार्टी सूत्रों ने आईएएनएस को बताया कि सीडब्ल्यूसी की बैठक के लिए आने वाले दिनों में एक तारीख तय कर कार्यवाहक अध्यक्ष पद पर फैसला होगा.

कार्यवाहक अध्यक्ष पद के लिए जिन वरिष्‍ठ नेताओं के नाम आगे चल रहे हैं, उनमें मुकुल वासनिक, मल्लिकार्जुन खड़गे, ज्योतिरादित्य सिंधिया और सुशील कुमार शिंदे शामिल हैं. हालांकि ज्‍योतिरादित्‍य सिंधिया ने शीर्ष पद की दौड़ में खुद के शामिल न होने की बात कही है.

(IANS इनपुट के साथ)