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छोटी बचत योजनाओं पर ब्याज दर को लेकर कांग्रेस ने केंद्र को घेरा

जुमलों की झूट की, ये सरकार जनता से लूट की. अपने एक ट्वीट में निर्मला सीतारमण ने यह फैसला सुनाते हुए कहा, सरकार छोटी बचत योजनाओं पर ब्याज दर घटाने के फैसले को वापस लेगी.

Updated on: 01 Apr 2021, 05:04 PM

highlights

  • छोटी बचत योजनाओं पर राहुल का केंद्र पर हमला
  • केंद्र सरकार ने छोटी बचत योजनाओं के ब्याज घटाए थे
  • गुरुवार को केंद्र सरकार ने वापस लिया आदेश

नई दिल्ली:

केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा छोटी बचत पर ब्याज दर घटाए जाने के फैसले को वापस लिए जाने का ऐलान किए जाने के कुछ घंटों बाद कांग्रेस ने भाजपा की सरकार पर सीधा हमला किया है. सरकार की आलोचना करते हुए कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने ट्वीट कर कहा, पेट्रोल-डीजल पर तो पहले से ही लूट थी, चुनाव खत्म होते ही मध्यवर्ग की बचत पर फिर से ब्याज कम करके लूट की जाएगी. जुमलों की झूट की, ये सरकार जनता से लूट की. अपने एक ट्वीट में निर्मला सीतारमण ने यह फैसला सुनाते हुए कहा, सरकार छोटी बचत योजनाओं पर ब्याज दर घटाने के फैसले को वापस लेगी. हालांकि उन्होंने ब्याज दरों को 31 मार्च को खत्म हुए वित्त वर्ष की आखिरी तिमाही के स्तर पर लाने का आश्वासन दिया है.

ऐलान किए जाने के 24 घंटे के भीतर सरकार ने 2021-22 की पहली तिमाही के लिए राष्ट्रीय बचत प्रमाणपत्र (एनएससी) और सार्वजनिक भविष्य निधि (पीपीएफ) सहित छोटी बचत योजनाओं पर ब्याज दरों में कटौती किए जाने के अपने आदेश को वापस ले लिया. वित्त मंत्री ने बताया कि यह फैसला गलती से लिया गया था. वित्त मंत्री के ट्वीट पर जवाब देते हुए कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने लिखा, सरकार ने आमजनों की छोटी बचत वाली स्कीमों की ब्याज दरों में कटौती कर दी थी.

आज सुबह जब सरकारी जागी तो उसको पता चला कि अरे ये तो चुनाव का समय है और सारा दोष ओवरसाइट (भूल-चूक) पर मढ़ दिया. इसके अलावा कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने ट्वीट किया, मैडम वित्त मंत्री, क्या आप सर्कस चला रही हैं या सरकार? जब करोड़ों लोगों को प्रभावित करने वाले ऐसे आदेश दिए जा सकते हैं, तो अर्थव्यवस्था का कामकाज कैसा होगा इसकी कल्पना की जा सकती है. आपको वित्त मंत्री के पद पर रहने का कोई नैतिक अधिकार नहीं है.

आपको बता दें कि इसके पहले बुधवार को मोदी सरकार ने छोटी बचत योजनाओं के जरिए निवेश करने वालों को झटका देते हुए ब्याज दर घटाने का ऐलान किया था. वित्त मंत्रालय की ओर से जारी नोटिफिकेशन के अनुसार, छोटी योजनाओं पर ब्याज दर 1.10 फीसदी तक घटाई गई है. पूरे देश में नई दरें नए वित्तीय साल की एक अप्रैल 2021 से लागू होंगी. पब्लिक प्रोविडेंट फंड या पीपीएफ के जरिए निवेश करने वाले लोगों के लिए बुरी खबर थी, क्योंकि इसके ब्याज दर में 70 बेसिस प्वाइंट की कमी की गई थी. इस पर अभी तक 7.1 फीसदी का सालाना ब्याज मिल रहा था, जोकि अब घटा कर 6.4 फीसदी कर दिया गया. एनएससी पर ब्याज दर को 6.8 प्रतिशत से घटाकर 5.9 प्रतिशत किया गया है. सीनियर सिटीजन सेविंग स्कीम पर 7.4% से घटाकर 6.5% किया गया. हालांकि सरकार ने ये फैसला अगले ही दिन वापस भी ले लिया.